डायरिया से दहशत: अब मिले 40 से अधिक मरीज, अस्पताल में इलाज जारी

रायगढ़ कटेली। सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र के वार्ड पांच स्वीपर पारा में दूषित पानी का सेवन करने से 40 से अधिक महिला पुरूष व बधो डायरिया का शिकार हो गए है। जिनमे से कुछ लोगो को इलाज के लिए रायगढ़ के निजी तो कुछ सारंगढ के ही सिविल अस्पताल में इलाजरत है।
डायरिया का प्रोकोप फैलते ही मोहल्ले में वितरित होने वाली वर्षो पुरानी मवेशी बाजार स्थित पानी टंकी के पानी सप्लाई में रोक लगा दी गई है। जबकि इसके फैलने की असल वजह लोग साफ सफाई का आभाव एवं पानी टंकी की सफाई वर्षो से नही होना बताया जा रहा है। जो एक तरह से प्रशासनिक बदइन्तजामियों की पोल खोलकर रख दिया है। जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर सारंगढ के स्वीपर पारा में मे डायरिया और उलटी दस्त से 40 से अधिक लोग पीड़ित हो गए। इन मरीजो में कुछ मरीज अगल बगल के मोहल्ले जेल पारा एवं रेंजरपारा के लोग है। अगर देखा जायेगा तो पूरा मोहल्ला इसकी चपेट मे है। रोजी रोटी साफ सफाई व अन्य कार्य को कर जीवनयापन करने वाले लोग है। प्रथम दृष्टया में डायरिया फैलने का प्रमुख कारण साफ सफाई व बजबजाती नाली एवं मोहल्ले में सप्लाई होने वाली सरकारी नल जल हैं। मोहल्ले सहित आसपास के इलाके में मवेशी बाजार में मौजूद पानी टंकी से पानी की सप्लाई होती है। जिसे वर्षो से पालिका द्वारा सफाई नही कराए जाने की बात सामने आई है। जिसकी वजह से लोगो के बीमार पड़ने की बात कही जा रही है। वही अब पानी टेंकर से जलापूर्ति की जा रही है एवं उसे भी उबाल कर पीने की सलाह दी जा रही है। टंकी की हालत उसकी बयानगी कर रही है। इस तरह से गरीब मजदूर लोगों से भरा पूरा स्वीपर मोहल्ला नगर पालिका की लापरवाही की वजह से डायरिया जैसी गंभीर बीमारी के चपेट में आ गया है। डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक स्तर पर हड़कंप मच गया है, आनन फानन में अधिकारियों ने निगरानी करते हुए रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश दिए है। बहरहाल अच्छी बात यह है कि डायरिया से इलाजरत मरीजो के सेहत में सुधार आना डाक्टरो द्वारा बताया गया है।