नारायणपुर। नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के ऐसे 50 से अधिक गांव के सरपंच सुरक्षित नहीं हैं। माओवाद का दंश झेल रहे नारायणपुर की दशा यही है। यहां के नक्सल प्रभावित गांव में चुने गए 50 से अधिक सरपंच समेत अन्य लोग माओवादी दहशत के चलते शहर में ही रह कर अपनी सरपंची कर रहे हैं। क्योंकि इनके गाँवों में माओवादियों ने सरपंच के नाम मौत का फरमान जारी कर रखा है।
यह आपबीती नारायणपुर जिले से 43 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत छोटेडोंगर की है। ये लोग जिस परिस्थितियों से गुजर रहे हैं वो अपनी जुबानी हमे बता रहे हैं। बीते 6 महीने से नारायणपुर डीपीआरसी भवन में ग्राम पंचायत छोटेडोंगर से 6 लोगों को सुरक्षा के साए में रखा गया है।
गांव के सरपंच सहित 3 अलग—अलग समाज के प्रमुखों और इलाके के वैद्यराज जिन्हें सरकार ने हालही में पद्मश्री से सम्मानित किया है उन्हें सुरक्षा में रखा गया है।