छत्तीसगढ़

ऑक्सीजन प्लांट को मिली मंजूरी: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के 30 बेड पर पाइप लाइन के जरिए पहुंचेगा ऑक्सीजन

Admin2
13 May 2021 3:32 PM GMT
ऑक्सीजन प्लांट को मिली मंजूरी: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के 30 बेड पर पाइप लाइन के जरिए पहुंचेगा ऑक्सीजन
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कोरोना काल में महासमुंद जिले के लिए अच्छी खबर है। जिले के पिथौरा विकासखंड मुख्यालय के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ( सीएचसी ) में ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट स्थापित किए जाने को शासन से मंजूरी मिली है। ऑक्सीजन प्लांट मशीनें जल्द होगी इंस्टाल, 30 बेड पर पाइप लाइन के जरिए पहुंचेगा ऑक्सीजन। पाइप युक्त बिस्तर का निर्माण छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कार्पोरेशन (सीजीएमएससी) द्वारा किया जाएगा। इस ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट से रोज 125 जम्बो सिलेंडर की ऑक्सीजन क्षमता के बराबर मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। यानी कि प्रतिदिन लगभग 6000 लीटर ऑक्सीजन बनाने का स्वास्थ्य विभाग का अपना प्लांट होगा। प्लांट प्रेशर स्विंग ऐड्सॉप्र्शन (पीएसए) सिस्टम पर आधारित होंगा।

कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने स्वास्थ्य अधिकारियों को सभी तैयारियाँ जल्द से जल्द पूरा करने कहा है। ताकि साँस की तकलीफ से पीड़ित मरीजों को समय पर मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत पूरी हो सके। मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे ने बताया कि जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम शुरू हो जाएगा। प्लांट से वार्ड तक पाइप लगाकर सप्लाई होगी, इसके उपरांत सिलेंडर से ऑक्सीजन देने का काम बंद हो जाएगा। पाइप लाइन के जरिए प्लांट से 30 बेडों पर मरीजों को 24 घंटे तक ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी। चालू माह के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। स्वास्थ्य विभाग का जिले में यह अपना पहला आॅक्सीजन प्लांट होगा।

पिथौरा स्वास्थ्य केन्द्र में ऑक्सीजन प्लांट लगाने और पूरा सेटअप तैयार करने के लिए भवन, केन्द्र आदि का चिन्हित किया गया है। प्लांट से अस्पताल के बनने वाले 30 बेड में ऑक्सीजन सप्लाई होगी और सभी बेड पर ऑक्सीजन पाइप लगाई जाएंगी।

मालूम हो कि पीएसए प्लांट में हवा से ही ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलाॅजी होती है। इसमें एक चैम्बर में कुछ एडजाॅर्बेंट डालकर उसमें हवा को गुजारा जाता है, जिसके बाद हवा का नाइट्रोजन एडजाॅर्बेंट से चिपककर अलग हो जाता है और ऑक्सीजन बाहर निकल जाती है। इस कॉन्सेंट्रेट ऑक्सीजन की ही अस्पताल को आपूर्ति की जाती है।

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