छत्तीसगढ़

असामाजिक तत्वों का ठिकाना बन रहा ऑक्सीजोन

Admin2
18 Jan 2021 5:58 AM GMT
असामाजिक तत्वों का ठिकाना बन रहा ऑक्सीजोन
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रवि नगर, ई.ए.सी कालोनीवासियों की नींद हराम, गार्ड सुट्टा लगाने में मस्त

इन कारणों से चोरों के हौसले बुलंद

वन विभाग चोरियों पर नहीं ले रहा संज्ञान, नगर निगम ने भी चोरी की रिपोर्ट नहीं लिखाई

लाखों रुपए की ग्रील, जनता का पैसा चोरों के हवाले, सुध लेने वाला कोई नहीं

कालोनीवासियों ने भी आंखें बंद कर ली

जनप्रतिनिधि और निगम के अमले को आगाह करने के बावजूद रोकथाम नहीं की

शहर में लोहा चोरी करने वाले सबसे बड़ा गिरोह सक्रिय

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में लोगों को घूमने फिरने के लिए शुद्ध वातावरण देने वाले कलेक्टोरेट के पीछे आक्सीजोन का उदघाटन हुए दो महीने नहीं हुए है और उसकी दुर्गति शुरू हो गई है। चोरों ने इस आक्सीजोन को अपना सबसे बड़ा चोरी का अड्डा बना लिया है। हर दिन लोहे के ग्रिल और भाले चोरी होते है। खालसा स्कूल की तरफ लगाए गए गेट में लाखों रुपए के भाले के साथ ईएसी कालोनी की ओर केनाल लिकिंग रोड के गेट के बाहर लगे जाली और ग्रिल चोर ले उड़े। जिस पर जिला और नगर निगम प्रशासन ने संज्ञान लेकर ताने में रिपोर्ट दर्ज कराई और न ही गार्ड में प्रशासन को इस घटना की जानकारी दी । ईएसी कालोनी की घेराबंदी के लिए लगाए रोड पर लाखों रुपए के ग्रिल एक के बाद एक गायब हो रहे है। चोरों के लिए राहत कार्य खोल दिया हो। चोरी के साथ असामाजिक तत्व, गुंडे-बदमाशों के ठिकाने में तब्दील हो गया है। जिससे आक्सीजोन से सटे ईएसी कालोनीवासियों की नींद हराम हो गई है। सुबह चार बजे से देर रात तक ऑक्सीजोन गुंडे बदमाशों से आबाद रहता है। गार्ड ऑक्सीजोन की चौकीदारी छोड़कर उन्हीं गुंड़ों बदमाशों की खातिरदारी में लगा रहता है। उनके लिए चायनाश्ता बीड़ी-सिगरेट,गुटका पाऊच लाने में सारा समय बर्बाद कर रहा है। गार्ड के बाहर जाते ही चोरों का गिरोह ऑक्सीजोन में लगा ग्रिल निकाल कर कबाड़ी को बेचकर उस पैसे से गांजा, चरस लाकर वहीं ऑक्सीजोन में गार्ड के साथ सुट्टा लगाते देख सकते है।

सुरक्षा एजेंसी का गार्ड चोरों की खिदमत में

सुरक्षा एजेंसी कभी जांच करने नहीं पहुंचती कि जिस गार्ड को वहां भेजा है वह काम ढंग से कर रहा है या नहीं। चोरों का गिरोह बहुत ही शातिर है, गार्ड को बीड़ी-सिगरेट, चाय नाश्ता में लगाकर लाखों रुपए के ग्रिल उड़ा ले जा चुके है। असुरक्षा को लेकर ईएसी कालोनीवासियों ने सिविल लाइन थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराने के बाद भी अब तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुी और न ही पुलिस गश्ती दल ने कभी ऑक्सीजोन में झांकने की कोशिश की । ईएसी कालोनी के रहवासियों ने निजी सुरक्षा एजेंसी के बजाय पुलिस या होमगार्ड की डयूटी लगाने की मांग कलेक्टर-एसएसपी से की है। आक्सीजोन में वायु प्रदूषण रोकने के बजाय असामाजिक प्रदूषण बढ़ा रहा है। जिला प्रशासन ने नगर निगम ने मिलकर कलेक्टोरेट के पीछे ईएससी कालोनी उजाड़कर करोड़ों की लागत से ऑक्सीजोन का निर्माण किया है। लेकिन प्रशासन की नेक नियति से बनाए गए ऑक्सीजोन में अब अड्डेबाजों, नशाबाजों और तथाकथित लवर्स का भी जमावड़ा होने लगा। इससे इस खूबसूरत जगह की पहचान शुरूआती दौर में ही प्रदूषित हो गई है। असामाजिक तत्वों की आमद बढऩे से ईएससी कालोनी के रहवासियों की सुरक्षा और शांति बाधित हो चुकी है।

असामाजिक तत्वों की आमद

असामाजिक तत्वों की आमद बढऩ़े से ऑक्सीजोन से सटे ईएससी कालोनी के रहवासियों की सुरक्षा और शांति पर असर पड़ रहा है। और लोग सशंकित रहने लगे है, रहवासियों ने इसे लेकर आवाज़ भी उठाई है और प्रशासन से मांग की है कि ईएससी कालोनी से लगे ऑक्सीजोन के गेट को बंदकर गौरव पथ से राजातालाब टर्निंग मार्ग वाले नवनिर्मित गेट व कलेक्टोरेट के पीछे स्थित गेट को लोगों के लिए खोला जाए ताकि केनाल रोड से लगे गेट और ईएससी कालोनी के प्रवेश मार्ग पर असामाजिक तत्वों नशेबाजों और प्रेमी युगलों की चलने वाली गतिविधियां बंद हो सकें। निगम द्वारा भी पार्किंग के लिए छोड़े गए जगह पर निगम द्वारा कारोबारी गतिविधि शुरू करने की चर्चा है। ऐसा हुआ तो माहौल और अशांत होगा जिससे ईएससी कालोनी वालों की सुरक्षा और प्राइवेसी पर असर पड़ेगा।

युवाओं में बढ़ता नशा

राजधानी के चारों कोनों में ब्राउन शुगर, गांजा, शराब, चरस के सौदागरों ने जाल बिछा रखा है। राजधानी में बेखौफ ब्राउन शुगर सहित अन्य नशीले पदार्थ खुलेआम बिक रहे हैं। युवा पीढ़ी ब्राउन शुगर के नशे में मदहोश है। नशे की हालत में उन्हें ये पता नहीं चलता की वो क्या कर रहे है, किसको क्या बोल रहे हैं और किससे क्या बात कर रहे हैं। राजधानी में युवाओं को नासूर रोग लग चुका है। जिसका समय रहते इलाज करना बहुत ही जरूरी हो गया है, नहीं तो यह रोग युवाओं को पूरी तरह तवाह कर देगी। प्रदेश सहित राजधानी में नशे की लत ने युवा पीढ़ी को बर्बादी के कगार में लाकर खड़े कर दिया है, जो घर-परिवार के साथ समाज के लिए हानिकारक साबित होते जा रहा हैं।

प्रेमी युगलों का जमावड़ा

ऑक्सीजोन में प्रेमी युगलों ने तमाम तरह की तैयारी कर रखी हैं। कोई अपनी प्रेमिका को घुमाने ले जाने की तैयारी में है तो कोई प्यार भरा गिफ्ट देने वाला है। यूं तो ऑक्सीजोन में सुंदर जगहों की कोई कमी नहीं है, जहा पर रोजाना प्रेमी युगलों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन प्रेमी युगल इस बार नए साल भी इसी ऑक्सीजोन में मनाने की तैयारी में हैं। प्रेमी जोड़ों के लिए ऑक्सीजोन अब पूरी तरह लव पॉइंट बन चुका है। इस रास्ते पर कई बार असामाजिक तत्व भी आ धमकते है और युवक-युवतियों को अकेला पाकर छेड़छाड़ कर देते है। पुलिस की गश्त भी इस रास्ते पर कम है लेकिन इसके बावजूद भी प्रेमी युगलों ऑक्सीजोन की ओर क्रेज कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है।

लवर्स पॉइंट बना ऑक्सीजोन

राज्य सरकार द्वारा नए ऑक्सीजोन का निर्माण कराया गया। लेकिन वही ऑक्सीजोन मरीन ड्राइव की तरह अब युवाओं के लवर्स पॉइंट बनते जा रहा है। हैरानी करने वाली बात ये भी है कि इस ऑक्सीजोन के पास माननीय राज्यपाल रमेश बैस के सांसद रहते हुए भी ऐसा माहौल बन गया है। ऑक्सीजोन से ईएसी कोलोनी के रहवासियों की निजता भंग करने के लिए युवा जोड़े में ऑक्सीजोन के बाहर और अंदर सुबह पेड़ों के बीच में और शाम को अंधेरों में बैठे नजऱ आते है। एक तरफ ऑक्सीजोन में बड़े-बुजुर्ग लोग ताज़ी हवा में सांस लेने पहुंचते है। मॉर्निंग वॉक करने जाते है और उसी ऑक्सीजोन में युवाओं द्वारा ऐसे व्यवहार व्यक्त किए जाते है जिसे देखकर किसी को भी लज्जा आ जाती है।

नशे का भरपूर सेवन

युवाओं द्वारा रात के अंधेरे का फायदा उठाया जाता है, और नशे का सेवन भी किया जाता है। महंगे शौक, स्टेटर्स सिंबाल बाइक, मोबाइल की चाह में युवा पढ़ाई-लिखाई छोड़कर ऑक्सीजोन के आस-पास अपराधियों के साथ मिलकर नशेडिय़ों को घर पहुंच नशा की सामग्री उपलब्ध करा रही है। राजधानी के चारों कोनों में ब्राउन शुगर, गांजा, शराब, चरस के सौदागरों ने जाल बिछा रखा है। राजधानी में बेखौफ ब्राउन शुगर सहित अन्य नशीले पदार्थ खुलेआम बिक रहे हैं। युवा पीढ़ी ब्राउन शुगर के नशे में मदहोश है। नशे की हालत में उन्हें ये पता नहीं चलता की वो क्या कर रहे है, किसको क्या बोल रहे हैं और किससे क्या बात कर रहे हैं। राजधानी में युवाओं को नासूर रोग लग चुका है। जिसका समय रहते इलाज करना बहुत ही जरूरी हो गया है, नहीं तो यह रोग युवाओं को पूरी तरह तवाह कर देगी।

तथाकथित लवर्स जोड़ों का भी जमावड़ा

रायपुर के कलेक्टोरेट गार्डन के पास स्थित ऑक्सीजोन में वृहद वृक्षारोपण के साथ आकर्षक लाइटिंग फुट-वे और बैठने के लिए टपरी का भी निर्माण किया गया है। जो ऑक्सीजोन को आकर्षक बनाता है। सुबह-शाम यहां खुली हवा में घूमने लोगों की भीड़ भी लग रही है लेकिन प्रशासन की नेक नियति से बनाए गए ऑक्सीजोन में अब अड्डेबाजों, नशाबाजों और तथाकथित लवर्स का भी जमावड़ा होने लगा। इससे इस खूबसूरत जगह की पहचान शुरूआती दौर में ही प्रदूषित होने लगी है।

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