राजनांदगांव। विश्व आदिवासी दिवस पर आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए विभिन्न जिलों के जनप्रतिनिधियों और विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से जुड़े। मुख्यमंत्री बघेल ने मां दंतेश्वरी और बुढ़ादेव की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विभिन्न जिलों के हितग्राहियों को व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, सामुदायिक वन अधिकार पत्र एवं वन संसाधन पत्र का वितरण किया। इसके साथ ही मेधावी छात्रों का सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि जल-जंगल-जमीन सहित हर तरह के स्थानीय संसाधनों पर स्थानीय समुदायों का अधिकार सुनिश्चत करना और उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार आदिवासी समुदायों के सांस्कृतिक विकास के साथ-साथ उनके सामाजिक, आर्थिक विकास की दिशा में लगातार कदम उठा रही है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण वन क्षेत्रों के चारागाहों और जलाशयों से लेकर वनोपजों तक आदिवासी समुदायों के अधिकारों का दायरा बढ़ा है। वे अब ज्यादा आसानी से खेती, पशुपालन, मत्स्य पालन, लाख उत्पादन, वनोपज संग्रहण करते हुए जीवन यापन कर रहे हैं। वन भूमि पर खेती कर रहे आदिवासियों को अब आम किसानों की तरह शासन की योजनाओं और सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से राज्य में अब तक 1 लाख 40 हजार से अधिक बच्चे कुपोषण मुक्त हो चुके हैं। इसी तरह 80 हजार से अधिक महिलाओं को एनीमिया से मुक्ति मिली है। दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों तक मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना से चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाई जा रही है। अब तक आदिवासी क्षेत्रों के 11 लाख ग्रामीणों को लाभ हुआ है। इसी तारतम्य में संसदीय सचिव श्री इन्द्रशाह मंडावी ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष राजनांदगांव में हितग्राहियों को व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, सामुदायिक वन अधिकार पत्र एवं वन संसाधन पत्र का वितरण किया। उन्होंने आवासीय विद्यालय एकलव्य एवं प्रयास के मेधावी छात्रों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।
संसदीय सचिव इन्द्रशाह मंडावी ने विश्व आदिवासी दिवस बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के हित में सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक क्षेत्र में कार्य हुए है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने बताया कि जिले में आज 103 व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, 20 सामुदायिक वन अधिकार पत्र और 30 वन संसाधन पत्र वितरण किया गया। उन्होंने कहा कि मोहला, मानपुर, अंबागढ़ चौकी में विशेष अभियान चलाकर सामुदायिक वन अधिकार पत्र वितरण कर रहे है।