अनैतिक व्यापार मानव तस्करी विषय पर महाविद्यालयों में उन्मुखीकरण कार्यक्रम

बीजापुर। मानव तस्करी रोकने महिलाओं एवं बालिकाओं को सुरक्षा देने के लिए जिले के माहविद्यालय में उन्मुखीकरण कार्यक्रम किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अनैतिक व्यापार मानव तस्करी को रोकने हेतु जिले के शासकीय शहीद वेंकट राव महाविद्यालय, बीजापुर में दिनांक 15 मार्च एक दिवसीय कार्यक्रम में महिलाओंध्बालिकाओं के संरक्षण संबंधित विधिक प्रावधनों पर उन्मुखीकरण बच्चों को लैंगिक हिंसा, बाल शोषण, बाल श्रम, बाल विवाह बच्चों के अनैतिक व्यापार, महिलाओं के विरूद्ध होने वाले घरेलू हिंसा, दहेज प्रतिषेध अधिनियम पर महिला-बालिकाओं को कानूनी जानकारी दिया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा किशोर न्याय ;बालकों की देखरेख एवं संरक्षणद्ध अधिनियम 2015, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, बालक कल्याण समिति, दत्तक ग्रहण विनियमन पर जानकारी देते हुए बताया गया कि देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चे, बाल श्रमिक, बाल भिक्षावृत्ति, अपशिष्ट संग्रहण में लिप्त बच्चों को समाज के मुख्य धारा में जोडने, बाल विवाह रोकथाम के दुष्परिणाम की जानकारी, चाईल्ड हेल्प लाईन नंम्बर 1098 एवं महिला हेल्प लाईन नंम्बर 181 की जानकारी दिया गया।
बच्चों के अनैतिक व्यापार अधिनियम, ग्राम पंचायत स्तर पर संधारित पलायन पंजी, ग्राम पंचायत स्तर पर शाला त्यागी बालक बालिकाओं को स्कूल से जोडे जाने पर एवं गोद लेने की वैधानिक प्रक्रिया, दत्तक ग्रहण नियम 2017, बाल श्रम अधिनियम पर चर्चा कर जानकारी दिया गया। इस कार्यक्रम महिला संरक्षण अधिकारी शीला भारद्वाज द्वारा महिलाओं के विरूद्ध हो रहे हिंसा के रोकथाम हेतु कानूनी जानकारी दी गई एवं कानूनी रूप से महिलाओं को प्राप्त अधिकारों की जानकारी दी गयी।
तथा सखी वन स्टॉप सेंटर बीजापुर में महिलाओं के हिंसा होने पर तत्काल 24 घंटे सेवा एवं अल्पकलीन रूकने की सुविधा के बारे में जानकारी दी गई और अधिक से अधिक महिलाओं तक इसकों पहुंचाने हेतु कहा गया। उक्त कार्यक्रम में 150 से अधिक महिला एवं बालिकाएं सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में लुपेन्द्र महिनाग, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग बीजापुर रहे है। साथ कालेज प्राचार्य डाण् जे.झाड़ी एवं कालेज के सहायक प्राध्यापक और विभागीय अमला कार्यक्रम में उपस्थित हुए और कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया ।
