जगदलपुर। जिले में जन सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस के जवान अपने जीवन का अधिकांश समय कार्यस्थल पर बिताते हैं। कई बार काम के बढ़ते दबाव और व्यक्तिगत परेशानियों से तनाव की स्थिति उत्पन्न होने लगती है, परन्तु दबाव को दूर करने और अपने मन पर नियंत्रण पाने के तरीके हमेशा होते हैं।
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में डीएमचपी टीम बस्तर के द्वारा बीते दिन करनपुर कैंप के लगभग 600 जवानों के लिए कार्यस्थल पर तनाव प्रबंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य काउंसिलिंग कर, तनाव से बचने के आवश्यक उपायों के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य, लक्षण व उपचार, नशे से होने वाले शरीरिक दुष्प्रभाव, आत्महत्या रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान जवानों को विभिन्न एक्टिविटी के माध्यम से तनाव को कम करने के उपाय के बारे में भी बताया गया।
जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. ऋषभ साव ने बताया मानसिक तनाव आम बात है। हर व्यक्ति तनाव से ग्रसित है। इसे समाप्त करने के लिए अपने अंदर सकारात्मक विचार लाने बहुत जरूरी है। नकारात्मक विचारों को लंबे समय तक नहीं रखना चाहिए। तनाव के कारण अवसाद, बेचैनी, पागलपन, हाई ब्लड प्रेशर, पेट की बीमारी व सिरदर्द होने लगता है। जब भी तनाव में हो तो योगा, मेडिटेशन, दौड़, डांस, गाना आदि जो भी पसंद हो करना शुरू कर दें। इससे ध्यान भटक जाएगा और तनाव कम होगा।