छत्तीसगढ़

निगम-मंडलों में नए चेहरों को मौका...

Nilmani Pal
25 July 2023 6:25 AM GMT
निगम-मंडलों में नए चेहरों को मौका...
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कांग्रेस में वरिष्ठ और पुराने नेताओं को फ्रंट लाइन में लाने की कवायद शुरू

प्रदेश प्रभारी को सभी गुटों में समन्वय बनाने में मिली कामयाबी

शेष निगम -मंडलों में भी साथ-साथ हो सकती है नियुक्ति

किरणमयी नायक को मिली दोबारा जिम्मेदारी तीन वर्षों के लिए

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। प्रदेश में पल-पल बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच कांग्रेस ने भी अपनी मजबूत किलेबंदी की तैयारी में जुट गई है। विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही वरिष्ठ और पुराने कांग्रेसियों के निगम मंडलों में नियुक्ति की कवायद के साथ प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा को प्रदेश की राजनीति में सभी गुटों को साथ लेकर चलने और सत्ता और संगठन में समन्वय बनाने में कामयाबी मिलती दिख रही है। बहुत जल्द निगम मंडलों में नए चेहरे देखने को मिलेंगे जो कांग्रेस के लिए मास्टर कार्ड साबित होगा।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के और मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद निगम-मंडलों के पूर्ण हो चुके कार्यकाल के बाद अब नए अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति जुलाई माह में कभी भी हो सकती है । प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने सभी वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श शुरू कर दिया है और प्रदेश प्रभारी का साफ निर्देश है कि किसी भी निगम-मंडल को रिन्यूअल नहीं किया जाए । नए सदस्यों को नामित करने हेतु बड़े नेताओं ने अपने सभी समर्थकों का नाम देना शुरू कर दिया । अब देखना है कि नियुक्ति इस माह होती है कि अगस्त के पहले सप्ताह में होती है ? अधिकांश अध्यक्ष और सदस्यों को स्पष्ट रूप से बता दिया गया है कि सभी नेताओं को सत्ता और संगठन में मौका दिया जाएगा। कुछेक जिला अध्यक्षों को भी बता दिया गया है और जिन्होंने चुनाव लडऩे की मन बनाया है उनसे भी कहा गया कि वह इस्तीफा दे । कुल मिलाकर नई नियुक्तियों का मामला जुलाई अंत तक या अगस्त के प्रथम सप्ताह तक तय मानी जा रही है ऐसा कांग्रेस सूत्रों का कहना है । गौरतलब है कि सभी निगम मंडल के कार्यकाल लगभग पूर्ण हो चुके हैं और सभी पर नए अध्यक्ष और बोर्ड के गठन की कार्ययोजना पार्टी की ओर से चालू है । कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा के अनुसार अगर फिर से निगम मंडलों का गठन होगा तो यह मानकर चला जा रहा है कि सभी नेताओं के द्वारा दिए गए नाम पर ही मोहर लगने की संभावना है और वरिष्ठ पुराने कांग्रेसी जनों को ही से पद से नवाजा जाएगा । फि़लहाल प्रदेश प्रभारी प्रदेश कार्यालय में बैठकर लगातार सभी जनों से एक-एक करके भेंट मुलाकात कर रही है और संपूर्ण राजनीतिक जानकारी ले रही है। साथ ही ब्लॉक की बूथ कमेटियां और प्रदेश में आने वाले चुनाव के लिए रणनीति बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है । पहली बार प्रदेश प्रभारी ने किसी भी गुट को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और अपने किसी भी व्यक्तिगत आदमी को प्रदेश कार्यालय में कार्य हेतु महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं देते हुए सभी नेताओं में कार्य विभाजन कर उन्हें संतोषप्रद बनाने की कोशिश की है।

सैलजा का दो टूक, दूसरों को मिलेगा मौका

ऐसे तकरीबन 35 लोग हैं, जिनका कार्यकाल खत्म होने वाला है या हो गया है। इन लोगों की जगह अब चार-पांच महीने दूसरे कांग्रेसियों को मौका मिलेगा। इससे कई असंतुष्ट नेताओं को संतुष्ट करने का प्रयास होगा। नवंबर में चुनाव होने हैं, दिसंबर में रिजल्ट आएगा। इस तरह पांच महीने तक तो नए लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी। सरकार रिपीट हुई, तो कार्यकाल आगे चलता रहेगा।

राजीव भवन में टिकट दावेदारों की भीड़

छत्तीसगढ़ में चुनाव के लिए कुछ ही महीने बचे हुए हैं। ऐसे में टिकट के दावेदार बेहद एक्टिव दिखाई दे रहे हैं। सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में टिकट दावेदार कांग्रेस नेताओं की भीड़ लगी रही। प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा से मुलाकात के लिए बायोडाटा लेकर दावेदार सुबह से डटे रहे और जब प्रदेश प्रभारी से मुलाकात हुई तब नेताओं ने कहा कि मौका मिलने पर वे जीतकर दिखाएंगे। बायोडाटा में कई टिकट के दावेदारों ने अपने राजनीतिक सफर के साथ ही विधानसभा क्षेत्र का पूरा सामाजिक और राजनीतिक खाका पेश कर दिया। कुल मतदाताओं की संख्या में कितने प्रतिशत उनके समाज विशेष से आते हैं ये भी उनके बायोडाटा में लिखा हुआ था।

डिनर डिप्लोमेसी: मंत्री ताम्रध्वज के यहां जुटे सीएम समेत आला नेता

छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव अब चंद महीने ही बचे हैं. चुनाव को देखते हुए सियासी बिसात बिछना शुरू हो गई है. वहीं कांग्रेस चुनावी मोड ऑन करते हुए मंथन में जुट गई है. ऐसे में 2023 का चुनावी रण फतेह करने सीएम बघेल समेत कांग्रेस के आला नेता मंत्री ताम्रध्वज साहू के यहां रात्रि भोज में शामिल हुए. चुनाव कऱीब है और चुनाव में डिनर डिप्लोमेसी के अपने मायने हैं. बता दें कि, 2023 की चुनाव के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है. इसी तैयारी को पुख्ता करने मंत्री ताम्रध्वज साहू के यहां डिनर टेबल में कांग्रेस के तमाम नेताओं के बीच सत्ता वापसी के लिए चर्चा की. साथ चुनावी रणनीति भी बनाए जाने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. इस दौरान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज, मंत्री रविंद्र चौबे, मो. अकबर, जय सिंह अग्रवाल, डॉ. शिव कुमार डहरिया, अनिला भेडिय़ा, विधायक धनेंद्र साहू, गुरु रुद्र कुमार, विधायक धनेंद्र साहू, विकास उपाध्याय, प्रभारी सचिव विजय जांगिड़, चंदन यादव मौजूद रहे।

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