ऑपरेशन मुस्कान: पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर बच्ची को किडनैपर से छुड़ाया
सूरजपुर। सूरजपुर पुलिस के 'ऑपरेशन मुस्कान' (Operation Muskan) ने एक परिवार को मुस्कुराने की वजह दे दी है. अपहृत बच्ची को गुजरात में आरोपी के कब्जे से पुलिस ने मुक्त कराया है. ऑपरेशन मुस्कान चलाने का निर्देश छत्तीसगढ़ डीजीपी अशोक जुनेजा ने प्रदेश के सभी जिलों को दिया है. इसका मकसद गुमशुदा नाबालिग बच्चों के मामलों को गंभीरता से लेते हुए खोजबीन करना है और इस विशेष अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली.
दरअसल, 13 नवंबर को उमेश्वरपुर चौकी क्षेत्र निवासी एक शख्स ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि नाबालिग बच्ची 30 अक्टूबर की सुबह घर से बिना बताए कहीं चली गई है. किसी अज्ञात शख्स पर बहला फुसलाकर बच्ची को ले जाने का शक जताया गया. पीड़ित की शिकायत पर उमेश्वरपुर चौकी में धारा 363 भादवि का मामला दर्ज किया गया. ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुमशुदा और नाबालिग बच्ची को भगाकर ले जाने का मामला पुलिस ने गंभीरता से लिया. सूरजपुर एसपी भावना गुप्ता ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को गुमशुदा और अपहरण के मामले में तकनीक की मदद लेकर सुलझाने को कहा. एसपी ने आदेश दिया कि सुराग हासिल कर अपहृता को बरामद करने और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं.
आदेश पर सूरजपुर एएसपी हरीश राठौर, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में मामले की विवेचना की गई. पुलिस टीम को तकनीक और सूत्र से जानकारी मिली की नाबालिग लड़की गुजरात में है. बच्ची के गुजरात में होने की जानकारी आला अधिकारियों को दी गई. आलाधिकारियों ने पुलिस टीम को गुजरात रवाना किया. पुलिस टीम ने गुजरात के दमन से आरोपी मनोज सिंह निवासी चौराही, थाना केल्हारी, जिला कोरिया के कब्जे से नाबालिग बच्ची को रिहा कराया. पीड़िता से पूछताछ के बाद मामले में अलग से धारा 366, भादवि और पोक्सो एक्ट की धारा 12 जोड़कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया. कार्रवाई के दौरान चौकी प्रभारी उमेश्वरपुर महेश्वर सिंह, एसआई हरिराम टण्डन, आरक्षक राकेश पोर्ते और विक्रम सिंह सक्रिय रहे.