सांकेतिक तस्वीर
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा (Banda) में आगामी विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) को देखते हुए पुलिस कप्तान बांदा अभिनंदन ने ऑपरेशन 'All clear' के तहत अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए एसओजी टीम और सिविल पुलिस टीम को लगाकर सोमवार को एक बड़ी सफलता प्राप्त की. लगभग 10 सालों से एक अंतर राज्य गैंग मादक पदार्थों की तस्करी उड़ीसा से लाकर बांदा में कॉलेज, सभी स्थानों पर करता था. ये गैंग ट्रकों और चार पहिया वाहनों के माध्यम से सप्लाई करते थे. जिस कारण ये कभी भी पुलिस के रडार में नहीं आते थे, लेकिन इस बार पुलिस कप्तान ने अपनी एसओजी टीम और सर्विलांस और फोन के नेटवर्क के जरिए इस गैंग के सदस्य को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने आरोपी के पास से 2 कुंटल गांजा जब्त किया है. गांजे की कीमत अंतरराष्ट्रीय मार्केट में 20 लाख रुपए है. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि 1 महीने में तीन से चार चक्कर माल बांदा आता था. यानि 80 लाख का गांजा बांदा जनपद में आता था. साथ में एक ट्रक, एक जाइलो और एक बोलेरो भी जप्त की गई हैं. हालांकि कहीं ना कहीं इस कार्य में सत्ता में बैठे लोगों का हाथ होने की भी उम्मीद है तभी तो 10 सालों से हो रहे मादक पदार्थों की जबरदस्त सप्लाई किसी के हत्थे ही नहीं चढ़ सकी.
पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने एक वार्ता के दौरान बताया की बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों का प्रयोग बुंदेलखंड के बांदा चित्रकूट धाम मंडल की चारों विधानसभा बांदा सदर, तिंदवारी, बबेरू, नारायणी में वोटर को लुभाने के लिए किया जाता था. काफी तादाद में सभी लोग इसको चुनाव में प्रयोग करना चाह रहे थे. जिससे उनकी पार्टी के पक्ष में लोग वोट करें और फ्री में उनको नशे की आदत दी जा रही थी. जब फ्री में नशा मिलेगा तो नशेबाज लोग आराम से एक पार्टी के पक्ष में वोट करेंगे. पुलिस अधीक्षक ने कहा चित्रकूट धाम मंडल के चारों विधानसभाओं में शिक्षा का अभाव है, जैसे बबेरू नारायणी तिंदवारी के कुछ गांव ऐसे हैं जहां पर शिक्षा का अभी बहुत आभाव है. उन क्षेत्रों मादक पदार्थों का ज्यादा प्रयोग हो रहा था. साथ ही गांजे की सभी इंटर कॉलेज डिग्री कॉलेज में भी सप्लाई दी जा रही थी. इसको रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक बांदा ने ऑपरेशन क्लीन चला रखा है. इस ऑपरेशन क्लीन के तहत एसओजी टीम इस कार्य को अंजाम देती है.