जुबान में खोलें शुगर फैक्ट्री, दिमाग में खोलें आइस फैक्ट्री और दिल में खोलें लव फैक्ट्री
रायपुर। राष्ट्र-संत श्री ललितप्रभ जी महाराज ने कहा कि जुबान में खोलें शुगर फैक्ट्री, दिमाग में खोलें आइस फेक्ट्री और दिल में खोलें लव फेक्ट्री। जो इन 3 फेक्ट्रियों का मालिक है समझो वह पूरी दुनिया का राजा है। उन्होंने कहा कि जब भी मुसीबत आती है तो मुँह के रास्ते आती है। महाभारत का युद्ध भी कड़वी जुबान के कारण हुआ था। अगर व्यक्ति विपरीत वातावरण में अपनी जुबान पर केवल 2 मिनट का धैर्य धारण कर ले तो वह 90 प्रतिशत सिरपच्चियों से स्वत: ही बच जाएगा।
संत प्रवर सोमवार को सीमंधर स्वामी जैन ट्रस्ट द्वारा भैरव सोसायटी जैन मंदिर में आयोजित प्रवचन तीन दिवसीय प्रवचन माला के शुभारंभ पर श्रद्धालु भाई बहनों को संबोधित कर रहे थे। संतप्रवर ने कहा कि हमारी भाषा में 3 गुण होने चाहिए - शिष्ट, मिष्ट और इष्ट अर्थात शिष्टाचार युक्त, मीठी और प्रिय। अगर हम भाषा में ये 3 गुण ले आएँ तो हम लोगों के दिलों में सदा राज करेंगे। राम की वाणी में ये गुण थे इसलिए उन्होंने दुश्मन के भाई को अपना मित्र बना लिया और रावण ने कड़वा बोलकर अपने सगे भाई को भी खो दिया। हम केवल मीठा खाएँगे तो बीमार पड़ेंगे, पर मीठा बोलना शुरू कर देंगे तो सदाबहार स्वस्थ और प्रसन्न जीवन जीने में सफल हो जाएँगे।
कूल-कूल बनने की सीख देते हुए उन्होंने कहा कि हमने कमरे में तो ए.सी. लगा लिया है, पर दिमाग अभी भी हीटर जैसा बना हुआ है। अगर हम केवल 1 बार गुस्सा करते हैं तो हमारी 24 घंटे की एनर्जी खत्म हो जाती है। गुस्सा हँसी की हत्या करता है और खुशी को खत्म कर देता है। अगर हम गुस्सा करेंगे तो घर वाले भी हमें पसंद नहीं करेंगे और मुस्कान से जिएँगे तो पड़ोसी भी हमें पसंद करना शुरू कर देंगे। हँसते हुए चेहरे को देखकर यह मत सोचना कि उसको गम नहीं है। यह सोचना कि उसमें सहन करने की ताकत ज्यादा है।
भैरव सोसायटी विहार के अवसर पर राष्ट्र्संतों का पदार्पण प्रातः9 बजे सोसायटी स्थित पदमचंद कमलचंद अनिल कुमार गोलछा परिवार में हुआ। यहां बड़ी संख्या में पहुंचे श्रावक-श्राविकाओं ने प्रातः 9 से 10.30 बजे तक पूज्य संतों के आशीवर्चनों-प्रवचनों का एवं प्रातः 11 बजे से साधर्मिक भक्ति का लाभ प्राप्त किया।