छत्तीसगढ़

रसूखदारों की वीकेंड पार्टी में नशे की खुली छूट...

Admin2
24 Feb 2021 5:35 AM GMT
रसूखदारों की वीकेंड पार्टी में नशे की खुली छूट...
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होटलों-क्लबों में बदस्तूर हो रहीं नाइट पार्टियां

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में क्रिसमस और नए साल के पहले से ही वीकेंड पार्टी तेलीबांधा से लेकर वीआईपी रोड और शहरभर होटलों, क्लबों, ढाबों, रेस्टोरेंटों में बदस्तूर जारी है। आए दिन नशे का काला कारोबार चले जा रहा है। युवाओं में वीआईपी रोड की महंगी होटलों में नजऱे जमी हुई है। और हर शनिवार-रविवार की रात यहा हज़ारों युवा जिले के बाहर से भी रायपुर पार्टी करने आते है। वही वीआईपी रोड की होटलों, क्लबों, ढाबों, रेस्टोरेंटो में शराब की पार्टी का आयोजन रोजाना लोगों को अपने आगोश में लेने लगा है। वीकेंड नाइट्स पार्टी यानी शनिवार और रविवार के मौके पर युवाओं ने रात-भर जमकर पार्टी करते है, और नशे में मदहोश होकर झूमते रहते है। नशे में युवा होटल की पार्किंग में भी मारपीट करने लगते है। सिर्फ होटलों में नहीं बल्कि रेस्टोरेंटो, ढाबों और क्लबों में भी नशे की पार्टी आयोजित की जाती है। जहांं चोरी छिपे शराब पिलाने के साथ अफीम और गांजा भी बेचा जाता है। ढाबे में ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोग या बड़ी गाडिय़ां चलाने वाले आते हैं। घरों से बाहर रहकर पढऩे वाले भी कई छात्र-छात्राएं अक्सर ढाबे और कैफे में नशा करने ही पहुंचते है। नशे के सौदागर भी युवतियों में नशे का ट्रेंड देखकर ही अफीम, ड्रग्स बेचने के लिए महिलाओं और युवतियों का सहारा लेते है।

एक और पार्टी में युवक- युवतियों ने किया हंगामा

राजधानी रायपुर का तेलीबांधा इलाका देर रात रईसजादों की पार्टियों की वजह से चर्चा में रहता है। सोमवार की देर रात भी ऐसी ही एक पार्टी में हंगामा हो गया। भिलाई से रायपुर आए कुछ युवक-युवतियों ने खाने-पीने के बाद एक दूसरे के साथ झगड़ा कर लिया। होटल में ही लात घुसों और डंडों से एक दूसरे को पीटने लगे। जब मीडिया के कैमरे इनकी करतूतों को कैद करने लगे तो युवतियों ने मीडिया कर्मियों से भी बदसलूकी की और कैमरा बंद करने को कहा।

हंगामा बढऩे की वजह होटल स्टाफ ने पुलिस को बुला लिया। तेलीबांधा थाने से टीम मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे युवक को अपने साथ थाने लेकर आई। अब पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।

युवाओं की नजऱें नशा बेचने वाले होटलों में

राजधानी के सभी होटलों और रेस्टोरेंटों में आए दिन बिना अनुमति के ही पार्टियां की जा रही है। वीआईपी रोड और शहर के अंदर स्थित सभी होटलों में आए दिन पार्टी गुलज़ार हो रही है। मगर जैसे ही नए साल का जश्न ख़त्म हुआ वैसे ही नशे के सौदागरों की नजऱें फिर से वीआईपी रोड के होटलों में टिक गयी है। हर दिन वीआईपी रोड की होटलों में नाच-गानों के साथ-साथ नशे का व्यापार भी करते है। आखिर कब नशे का कारोबार होगा बंद ? युवा पीढ़ी नशे के दलदल से आखिर कब बाहर निकलेगी ? आज नशा पूरे शहर के लिये चुनौती बना हुआ है। काफी पाबंदी के बाद भी लोग इसकी आगोश में आते जा रहे हैं।

जिसका सीधा असर युवाओं पर साफ पड़ता दिख रहा है। नशे की समस्या से रायपुर भी अछूता नहीं रहा है। बल्कि यहां तो नशे के व्यापार में महिलाओं का नाम भी खुलकर सामने आ रहा है। शहर में गांजा, अफीम आदि नशे का कारोबार तेजी बढ़ रहा है। जिससे युवा पीढ़ी गिरफ्त में आती जा रही है। नशे का सेवन कर रहे युवा नशे में डूबते जा रहे हैं। राजधानी में नशे की पार्टी का क्रेज़ एक बार फिर से युवाओं में खुमार बनाकर चढ़ा है।

जनता से रिश्ता के संवाददाता ने पहले भी टीआई को दी सूचना

जनता से रिश्ता ने माना थाना में पहले भी शराब पार्टी के आयोजन की सूचना दी थी। मगर माना थाना प्रभारी ने संवाददाता से ही फोन पर गाली-गुफ़्तार कर दिया। जिसके अगले ही दिन तेलीबांधा थाना क्षेत्र एक होटल में देर रात रईसजादों की पार्टी चल रही थी। जिसमें युवाओं का हंगामा हो गया था और मामला मारपीट तक जा पंहुचा। भिलाई से रायपुर आए कुछ युवक-युवतियों ने खाने-पीने के बाद एक दूसरे के साथ झगड़ा कर लिया। होटल में ही लात घुसों और डंडों से एक दूसरे को पीटने लगे। हंगामा बढऩे की वजह होटल स्टाफ ने पुलिस को बुला लिया। तेलीबांधा थाने से टीम मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे युवक को अपने साथ थाने लेकर आई।

जनता से रिश्ता कई महीनों से कर रहा आगाह

गौरतलब है कि बीते शनिवार को जनता से रिश्ता के संवाददाता ने एक रेस्टोरेंट में ऐसी एक पार्टी की वीडियो बनाई है। जिसमें सिर्फ लड़कियों को इंट्री दी गई। वहीं अब आगामी शनिवार की पार्टी में आयोजित की जा रही पार्टी में शराब और हुक्का खुलेआम बेचा जा रहा था। लड़कियों के साथ लड़कों की भी इंट्री हो रही थी। बड़े-बड़े रसूखदार लोगों के संरक्षण में ऐसी पार्टी आयोजित कराने वाले तस्कर इंवेट कंपनियां पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं, कि उनका कारोबार कभी बंद नहीं हो सकता। ऐसी खबर भी है कि शनिवार को हुई पार्टी में एक बड़े नेता के दो गुर्गे आपस में लड़ बैठे थे। हैरान करने वाली यह है कि क्वींस क्बल का मामला सामने आने और ड्रग तस्करी में ताबड़तोड़ गिरफ्तारी और कार्रवाई के बाद भी आखिर ऐसी पार्टियों का आयोजन कैसे हो पा रहा है ? वीआईपी रोड पर स्थित किसी-न-किसी कैफे में ऐसी पार्टियों का बोर्ड रोज ही देखने को मिल रहा है। इन पार्टियों के लिए परमिशन कौन दे रहा है ? आयोजकों को किसका संरक्षण मिल रहा है ? खबर है कि आयोजकों कैफे-क्लब संचालकों को उसके संरक्षकों ने बाकायदा इस बात का भरोसा दिलाया है कि पार्टियों के दौरान पुलिस रेड नहीं करेगी। तो क्या पुलिस और प्रशासन ने इन्हें फिर से नशा परोसने की इजाजत दे दी है ?

रसूखदारों की होती है वीकेंड पार्टी

ड्रग तस्करों और अवैध धंधेबाजों की बदौलत अपनी राजनीति चलाने वाले रसूखदार लोग अपने संरक्षण में नशे के कारोबार को बेखौफ चलाने वाले तस्करों और युवाओं-रईसजादों को नशे के सामान उपलब्ध कराने वाले होटल-क्लब और पब संचालकों की मदद कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि वीआईपी रोड में संचालित बड़े होटलों, क्लब और पब में नशे की पार्टियां फिर से आयोजित होने लगी हैं। पूरे शहर में वीकेंड के दिन ही तेलीबांधा से लेकर वीआईपी रोड पर ही स्थित होटल और क्लब में नाइट पार्टी आयोजित होती रहित है। ऐसे में यह पुलिस के लिए चुनौती बन गई है। क्योंकि वीकेंड होने से उसके सामने शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है। पार्टी के आयोजक इस बात से वाकिफ है तभी पुलिस का ध्यान पर पार्टी की ओर न जाए इसलिए इस बड़ी पार्टी के लिए वीकेंड की रात को ही चूना गया। अब देखना यह है कि पुलिस इस पार्टी को लेकर क्या रुख अपनाती है। कानून-व्यवस्था का हवाला देकर कार्रवाई से बचती है या इस आयोजन को रोकने के लिए कोई कदम उठाती है।

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