छत्तीसगढ़ सरकार में सिर्फ़ जुमलेबाज़ी : विधायक बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार के साथ चर्चा हुई. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर आक्रमण करते हुए कहा कि हमारे अविश्वास प्रस्ताव लाने के पहले एक मंत्री ने सरकार के ख़िलाफ़ अविश्वास जता दिया. सरकार में दम नहीं कि उस मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर निकाल दे. इस सरकार में सिर्फ़ जुमलेबाज़ी है. इस पर सत्तापक्ष के विधायक मोहन मरकाम ने सरकार की उपलब्धि गिनाने के साथ विपक्ष की खामियों को गिनाया.
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये कैसी सरकार है? ये सरकार ऐसा कुनबा है जहां लट्ठ चल रहे हैं. एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं. मुख्यमंत्री को मंत्री, मंत्री को मुख्यमंत्री पर विश्वास नहीं है. शासन को प्रशासन पर विश्वास नहीं है. शासन पर जनता को विश्वास नहीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि "सच कोने में दुबका है, दरारों से झांक रहा है. झूठ मदमस्त होकर चौराहे पर नाच रहा है." इस पर मंत्री कवासी लखमा ने टोकते हुए कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है या कवि सम्मेलन चल रहा है.
अग्रवाल ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इस प्रदेश से 18 लाख लोगों की सिर से छत छिन जाती है. इस सरकार का ही मंत्री कहता है कि दस हज़ार करोड़ रुपए ग़रीबों के आवास के चले गए. हर गरीब आदमी का सपना होता है कि उसके सिर एक छत आ जाए. इससे बड़ा कोई पाप हो सकता है. 18 लाख लोगों के सिर से छत छिनने वाली सरकार पर अविश्वास ना जताए तो क्या करें? इस सरकार ने पौने दो लाख करोड़ रुपए का क़र्ज़ा लिया है. पीएसयू अंडरटेकिंग और राज्य शासन मिलाकर क़र्ज़ लिया गया.