स्कूल रेडीनेस के तहत कक्षा पहली को पढ़ाने वाले शिक्षको एवं संकुल शैक्षिक समन्वयको का हुआ आनलाइन प्रशिक्षण
बेमेतरा। शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होते ही बेमेतरा जिले ने शाला संचालन करने कार्ययोजना बनाकर कार्य प्रारंभ किया गया। 52 दिनों से बंद शालाएं ग्रीष्मावकाश के बाद 16 जून को प्रारम्भ हुई जिसमें शाला प्रवेश उत्सव मनाने के साथ-साथ शासन की महत्वपूर्ण योजना स्कूल रेडिनेस का वर्चुवल प्रशिक्षण पूरे जिले में आयोजित किया गया। जिसमें एसआरजी ने चारों विकासखण्डों में प्रशिक्षण लिया इस दौरान 80 शिक्षकों की उपस्थिति रही। स्कूल रेडिनेस का वर्चुवल प्रशिक्षण 16 जून से 19 जून तक चलेगा। प्रथम दिवस में नई शिक्षा नीति, ईसीसीई, स्कूल रेडीनेस की आवश्यकता, सिद्धांत, चरण, अवधारणा पर चर्चा की गई। 12 सप्ताह के इस कार्यक्रम में विशेष समय सारणी बनाई जाएगी जिसमें बच्चों के अभिवादन से लेकर खेल व विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अनोपचारिक शिक्षा पर बल दिया जाएगा।
साजा विकासखण्ड के एसआरजी हरि केड़िया ने बताया की बच्चों के साथ शिक्षक सहज होकर तथा अधिक से अधिक संवाद कर, उपयुक्त वातावरण देकर ही शाला से जोड़ा जा सकता है। नवागढ़ से मोहिंदर सिंह, बेमेतरा से पुष्पा कन्नौजे तथा बेरला से कश्यप सर ने अपने विकासखण्डों में प्रशिक्षण आयोजित किया। उक्त प्रशिक्षण में जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान सहित जिला परियोजना कार्यालय से सहायक परियोजना अधिकारी कमलनारायण शर्मा, बी आर सी, संकुल समन्वयक तथा कक्षा पहली में अध्यापन कराने वाले शिक्षक वर्चुवल रुप से जुड़े थे। सत्र के पहले दिन ही सफल प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी ने बधाई दी।