छत्तीसगढ़

ऑनलाइन ठगी: गूगल से नंबर ट्रेस कर लोगों को बना रहे शिकार...

Admin2
4 Nov 2020 5:40 AM GMT
ऑनलाइन ठगी: गूगल से नंबर ट्रेस कर लोगों को बना रहे शिकार...
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रायपुर/छत्तीसगढ़

पिछले एक महीने में ठगी के 65 मामले सामने आए

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे है। लोग पढ़े लिखे होकर भी ऐसे ठगी के शिकार हो रहे है। पुलिस लगातार लोगों को सावधान रहने के लिए आगाह कर रही है बावजूद लोग बिना किसी नंबर की पुष्टि किये अज्ञात नंबरों में कॉल कर रहे है किसी भी लिंक को क्लिक कर रहे है। गूगल में ढूंढ कर हेल्पलाइन नंबर में कॉल कर रहे है जिससे लोग ऑनलइन ठगी का शिकार हो रहे है। जिसका नतीजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पुलिस ने बताया कि रायपुर में पिछले 1 महीने में 65 ऑनलइन ठगी के मामले दर्ज हुए जिसमें से 15 प्रतिशत मामलो में सायबर पुलिस ने समाधान किया है और पीडि़तों को उनका पैसा लौटाया गया है। मगर दूसरी तरफ पुलिस का ये भी कहना है कि ऑनलाइन ठगी के मामले में जल्दी कार्रवाई नहीं हो पति क्योंकि सायबर पुलिस के पास एडवांस और नए संसाधनों की कमी है जिसके चलते आरोपी भी थोड़े दिनों के बाद और काफी मशक्कत करने के बाद गिरफ्तार होते है। और कभी-कभी आरोपी अपने ठिकानों से भाग जाते है या फिर अपने मोबाइल का सिम कार्ड बदलकर पुलिस को ही गुमराह कर देते है। जिससे सायबर पुलिस की दिक्कतें भी बढ़ती जा रही है। वैसे देखा जाये तो रायपुर पुलिस ने ऑनलाइन ठगी से लोगों को बचाने के लिए एक अभियान चलाया था जिसका नाम है जागरूकता इस अभियान में रायपुर के हर गली मोहल्ले में जाकर पुलिस लोगों को आगाह कर रही है कि किसी भी गूगल के हेल्पलाइन नंबर में कॉल न करे बिना पुष्टि के अज्ञात नंबरों से आये फोन कॉल ना उठाए। और किसी भी अज्ञात सोशल मीडिया में आने वाले लिंक को टच ना करें। ठगी करने के तरीकें भी नए होते है जिसके चलते पढ़े लिखे घरों के लोगों को ही ठग अपना शिकार बना लेते है।

स्टील कारोबारी से हुई ऑनलाइन ठगी

एक स्टील कारोबारी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गया । पेटीएम केवायसी अपडेट करने के नाम पर व्यापारी से 6 लाख 72 हजार रूपए की धोखाधड़ी की गई है। मामले में डीडी नगर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। ठगी का शिकार हुआ व्यापारी का नाम तन्मय मोहंती है। जिसका केयूझर उड़ीसा में स्टील का कारोबार है।व्यापारी की बेटी सुंदर नगर इलाके में किराए पर मकान लेकर रह रही है। बताया जा रहा है कि व्यापारी साल में एक दो बार यहां अपनी बेटी के पास रहने आता है। 31 अक्टूबर की सुबह 11 बजे पीडि़त जब सुन्दर नगर के घर में था तब उसके पास एक फोन आया। फोन करने वाला व्यक्ति अपने आप को पेटीएम केवायसी डिपार्टमेंट से होना बताकर प्रार्थी से पूछा कि पेटीएम रिनुअल के लिए आवेदन किये हो, तब तन्मय मोहंती ने आवेदन किये जाने की बात कही इसके बाद अज्ञात मोबाइल धारक ने कहा कि आपको आफिस आने की आवश्यकता नहीं है। आपके बैंक में रजिस्टर मोबाईल नबंर से काम हो जायेगा। तभी बातचीत के दौरान अचानक पीडि़त का मोबाइल हैंग हो गया। कुछ समय बाद प्रार्थी के केयुझर ओडिसा के बैंक खाते से पांच लाख रुपये पार हो गया। इस तरह अज्ञात ठग ने उनके बैंक खाते से कुल 6 लाख 72 हजार 774 रुपये पार कर दिया।

विश्वसनीय सूत्रों ने दी जानकारी

राजधानी में ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर ठगों को दबोचने के लिए बिहार, झारखंड, दिल्ली और राजस्थान गई रायपुर पुलिस और साइबर टीम ने उनके ठिकानों पर छापामारी करना शुरू कर दिया है। पुलिस के ऑपरेशन से घबराकर ठग आस-पास के इलाके में छिप गए हैं। साइबर ठगों की तलाश में पुलिस टीम आसपास के राज्यों में गई हुई है। शातिरों के ठिकाने तलाशे जा रहे हैं। अब पुलिस टीम जामताड़ा, दिल्ली और भरतपुर गिरोह के शातिरों को दबोचने के लिए छापामारी कर रही है।


ये इनका तरीका होता है कि किसी को भी कॉल एटीएम नंबर, ओटीपी नंबर आदि पूछकर ठगी की वारदात को जामताड़ा गिरोह अंजाम दे रहा है। छत्तीसगढ़ में एटीएम का नंबर पूछकर ठगी करने वाला गिरोह भी सक्रीय है। गिरोह के सदस्य छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों के लोगों से लाखों की ठगी कर चुके हैं।

नौकरानी दिलाने के नाम पर भी ठगी

राजधानी रायपुर के खम्हारडीह थाना इलाके में जस्ट डायल सर्विस से ऑनलाइन काम वाली बाई खोजना एक परिवार को मंहगा पड़ गया। 80 हजार रुपए पेमेंट करने के बाद दो नौकरानी सुबह होते ही घर से फरार हो गईं। पीडि़त व्यापारी की शिकायत पर खम्हारडीह थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। रायपुर के कचना निवासी प्रियांशु गर्ग ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि 23 अक्टूबर को उसने जस्ट डायल में घरेलु नौकरानी की जरूरत के लिए जानकारी डाली थी। उसी दिन उसके पास एक मोबाइल नंबर से फोन आया और अपना नाम विवेक मिश्रा बताते हुए ओम प्लेसमेंट सर्विस सेंटर पटेल नगर दिल्ली से बोलना बताया। घरेलु नौकरानी मुहैय्या कराने की बात कहकर एक नौकरानी का 20 हजार रूपए दो साल का अपना कमीशन लगने की बात कही। साथ ही कहा कि नौकरानी की सैलरी 7 हजार रूपए प्रतिमाह और 3 माह का वेतन एडवांस जमा करना होगा। अगर इस दौरान लड़की काम नहीं करती है, तो 24 घण्टे के अंदर दूसरी नौकरानी आपको उपलब्ध करा दिया जाएगा या आपका पैसा वापस कर दिया जाएगा। प्रियांशु ने दोनों लड़कियों का 3 माह का वेतन एडवांस और 20-20 हजार दोनों का कमीशन कुल 79 हजार रुपए विवेक मिश्रा के बताए एसबीआई बैंक के खाते में जमा कर दिया। इसके बाद 29 अक्टूबर को प्रियांशु जब सोकर उठा, तो देखा की दोनों लड़किया अपने कमरे में नहीं है।

तब इसने विवेक मिश्रा को फोन कर इसकी जानकारी दी। दो दिन तक विवेक मिश्रा बोलता रहा की वह दूसरी घरेलु नौकरानी भेज रहा है या पैसा वापस कर देगा, लेकिन विवेक मिश्रा न फोन उठा रहा है और न पैसा वापस कर रहा है।

लगातार कार्रवाई की जा रही और ठगबाजो पर नकेल कसने के लिए पुलिस निरंतर प्रयासरत है। - रमाकांत साहू सायबर सेल प्रभारी

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