छत्तीसगढ़

कांग्रेस नेता की शह पर ऑनलाइन सट्टा, 2 सटोरिए धरे गए

Nilmani Pal
14 Dec 2022 5:40 AM GMT
कांग्रेस नेता की शह पर ऑनलाइन सट्टा, 2 सटोरिए धरे गए
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महादेव ऐप की तर्ज पर आईडी बनाकर खिला रहे थे सट्टा

एप बनवाने वाले गिरफ्तार, एप का प्रमोशन करने वाली टिक-टाक स्टार पर कार्रवाई नहीं, वीडियो हटाया गया जिसकी जम कर चर्चा

https://raipurbook.in/ बुकिंग वेबसाईट के माध्यम से किया जा रहा था ऑनलाईन सट्टा का संचालन।

सूचना पर एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना सिविल लाईन पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई कार्यवाही।

सटोरियों द्वारा सोशन मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मो के माध्यम से वेबसाईट का किया जा रहा था प्रचार - प्रसार।

ऑनलाईन सट्टा का पूरा नेटवर्क महासमुंद के बागबाहरा से किया जा रहा था संचालित।

दोनों मुख्य सटोरिये है बागबाहरा महासमुंद के निवासी।

सटोरियों द्वारा हैदराबाद के एक निजी कंपनी से वेबसाईट को बनवाया गया है।

सटोरियों के कब्जे से ऑनलाईन सट्टा से संबंधित 05 नग मोबाईल फोन, नगदी रकम 19,500 रूपये एवं सट्टा का हिसाब किया गया है जप्त।

सटोरियों के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 779/22 धारा 4क जुआ एक्ट का अपराध किया गया है पंजीबद्ध।

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। रायपुर और दुर्ग पुलिस ने महादेव एप पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर आनलाइन सट्टा संचालित करने वालों की कमर तोड़ दी है। अब सटोरियों ने नए-नए एप से आनलाइन सट्टा खिलाना शुरू कर दिया है। इस प्रचार-प्रसार भी वे आनलाइन प्लेटफार्म (सोशल मीडिया) के जरिए कर रहे हैं। रायपुर की सिविल लाइन पुलिस ने महादेव बुक एप की तरह नए एप रायपुर बुक एप के माध्यम से आनलाइन सट्टा खिलाने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने महासमुंद बागबहारा के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दोनों ने हैदराबाद की निजी कंपनी से एप तैयार कराकर सट्टे का नेटवर्क बागबाहरा से संचालित कर रहे थे।

सिविल लाइन स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने महासमुंद के बागबाहरा से संचालित आनलाइन सट्टा रायपुर बुक एप के संबंध में खुलासा किया। दरअसल, इंटरनेट मीडिया पर रायपुर बुक एप के प्रचार पर पुलिस की नजर पड़ी और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना सिविल लाइन की संयुक्त टीम ने बागबाहरा निवासी अभिषेक शर्मा और कुशवंत छाबड़ा को गिरफ्तार किया। आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने पांच मोबाइल, 19 हजार रुपये कैश और सट्टा का हिसाब जब्त किया गया है।

इस तरह आरोपितों तक पहुंची पुलिस

एसएसपी ने बताया कि आरोपितों ने कुछ दिन पहले ही सट्टा संचालन किया था। पुलिस की टीम लगातार निगरानी कर रही है। इस दौरान सूचना प्राप्त हुई कि कुछ अज्ञात सटोरियों इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से आनलाइन सट्टा खिलाने के लिए इंटरनेट मीडिया पर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। आरोपितों ने लोगों को आनलाइन सट्टा खेलने के लिए आइडी भी उपलब्ध करा रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए अज्ञात सटोरियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना सिविल लाइन पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की।

अज्ञात सटोरियों द्वारा रायपुर बुक डाट इन वेबसाइट के माध्यम से लोगों को आइडी उपलब्ध कराकर सट्टा का संचालन किया जा रहा है। इस पर साइबर विंग द्वारा रायपुर बुक डाट इन वेबसाइट के संबंध में जानकारी एकत्र करके वेबसाइट में लिंक मोबाइल नंबरों की जानकारी प्राप्त की गई। प्राप्त मोबाइल नंबरों का विश्लेषण करने पर पाया गया कि मोबाइल नंबर जिला महासमुंद के बागबाहरा में दो अलग-अलग व्यक्ति जो बागबाहरा के निवासी हैं, उनके द्वारा संचालित किया जा रहा। वेबसाइट के माध्यम से आइडी उपलब्ध करवाई जा रही है।

हैदराबाद की कंपनी को भी नोटिस

दोनों सटोरियों ने पूछताछ में बताया कि एप को हैदराबाद की निजी कंपनी आकृति वेब साफ्टवेयर से बनवाया गया है। एसएसपी ने बताया कि हैदराबाद की वेबसाइट बनाने वाली कंपनी को भी नोटिस भेजा गया है।

आनलाइन सट्टा पकडऩे पुलिस हुई व्यस्त, रवि और मुनाफ गैंग मस्त

राजधानी सहित प्रदेशभर की पुलिस आनलाइन सट्टा के सरगनाओं और गुर्गों को पकडऩे में इतनी व्यस्त हो गई है और लोकल सटोरियों के गुर्गे चांदी काटने का भरपूर मौका मिल रहा है। प्रदेश पुलिस के महकमे का पूरा ध्यान दुबई में स्थापित हो चुके रायपुर-भिलाई के सटोरियों पर है जो अपने गुर्गों को आनलाइन सट्टा के लिए प्रशिक्षित कर भेजा है। उन सटोरियों का क्लू पुलिस को मिला है, जिसके तहकीकात में पूरी तरह डूब चुकी है,उसका पूरा फायदा सीधे रवि और मुनाफ गैंग को मिलने लगा है। पुलिस का ध्यान लोकल सट्टा से पूरी तरह हट चुका है और अब वह सिर्फ आनलाइन सट्टा को •ाड़ से खात्मा के लिए साइबर तकनीक का जाल बिछाने ताकत झोंक रही है जिससे लोकल सटोरियों को पूरी तरह सट्टा खेलने-खिलाने की आजादी मिल गई है जिसका फायदा गली-मोहल्ले में सट्टा चलाकर उठा रहे है। राजधानी के गली-मोहल्ले में खुलेे आम सार्वजनिक स्थलों और ठेले खोमचे में सट्टा का मजमा लगने लगा है। जिस पर पुलिस संज्ञान ही नहीं ले पा रही है।

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