छत्तीसगढ़

ऑनलाइन सट्टा: ईडी कर रही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच

Nilmani Pal
18 Nov 2022 5:43 AM GMT
ऑनलाइन सट्टा: ईडी कर रही मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
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पुलिस ने दुबई में बैठे सटोरियों की कुंडली सौंपी

रायपुर (जसेरि)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सट्टेबाजी के आनलाइन प्लेटफार्म महादेव बुक और रेड्डी अन्ना के जरिए की जा रही मनीलांड्रिंग की जांच शुरू कर दी है। ईडी ने दुर्ग पुलिस से इस प्रकरण की चार्जशीट मांगी थी जो पुलिस ने सौंप दी है। अब मनीलांड्रिंग की जांच की जा रही है। कुछ बड़े पुलिस अफसरों से दुबई में छिपे महादेव बुक के सरगना सौरभ चंद्राकर और उसके करीबी साथी रवि उत्पल, कपिल चेलानी और सतीश कुमार की जानकारी व फोटो भी मांगी गई है। ईडी को प्रारंभिक जानकारी दे दी गई है।

पुलिस के पास सभी आरोपितों की फोटो नहीं है, इसलिए फोटो ईडी को नहीं भेजी जा सकी है। आरोपितों ने आनलाइन सट्टा पोर्टल बनाकर 50 हजार करोड़ से अधिक की अवैध कमाई की है। मुख्य आरोपित दुबई के निकट अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा में एक बोट पर रहते हैं। दुबई में होने वाली पार्टियों में फिल्मी हस्तियों के पहुंचने की भी सूचना है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार कुछ माह पहले ईडी के अधिकारियों ने मोहननगर, छावनी, सुपेला और रायपुर पुलिस से संपर्क कर महादेव बुक से जुड़े सरगनाओं की जानकारी मांगी थी। रायपुर पुलिस ने महादेव बुक से जुड़े लोगों पर कार्रवाई करते हुए 64 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं दुर्ग पुलिस ने 150 से ज्यादा आरोपितों को पकड़ा है। मुख्य आरोपित फरार हैं।

पुलिस की पड़ताल में पता चला है कि मुख्य आरोपितों में से एक रवि का एक रिश्तेदार अमेरिका में साफ्टवेयर इंजीनियर है। उसी ने महादेव बुक व अन्य आनलाइन सट्टाबाजी प्लेटफार्म तैयार किया है और भारत के अलावा कई अन्य देशों में इसका विस्तार किया है। वह अमेरिका से आपरेट करता है। रवि, सौरभ व अन्य आरोपितों ने पाकिस्तानियों को बिजनेस पार्टनर बनाकर करोड़ों रुपये सट्टेबाजी में कमाए। अब ये आरोपित अपने स्वजन को दुबई से अमेरिका शिफ्ट करने की तैयारी कर रहे हैं।

आनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफार्म महादेव बुक व रेड्डी अन्ना में प्रतिदिन 50 से 60 करोड़ रुपये का दांव लगता है। मुख्य आरोपित छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के निवासी हैं। उन्होंने दुबई व अमेरिका में बैठकर सट्टेबाजी प्लेटफार्म को अंतरराष्ट्रीय बना दिया। भारत में पुणे, विशाखापट्टनम, बेंगलुरू, हैदराबाद, चेन्नाई, मुंबई, नागपुर में इन्होंने ब्रांच स्थापित की है। ब्रांच को 10 से 15 लाख रुपये में वेबसाइट की आइडी व पासवर्ड दिया जाता है।

दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा, ईडी ने चार्जशीट की जानकारी मांगी थी जो उपलब्ध करवा दी गई है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है।

तालाब किनारे जुआ, आधा दर्जन जुआरी गिरफ्तार

बालोद जिले की पुलिस ने जुआरियो के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. जिला मुख्यालय से 21 किमी दूर ग्राम निपानी तालाब के पास जुआ खेल रहे 5 गांव के 6 आरोपियों को बालोद पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। 6 हजार 600 रुपए जब्त कर सभी के खिलाफ बालोद थाने में सार्वजनिक जुआ अधिनियम 1867 की धारा 13 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। टीआई नवीन बोरकर ने बताया कि पेट्रोलिंग टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि तालाब के पास कई लोग पैसे का दांव लगा रहे हैं। जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर 6 लोगों को पकड़ा। जिसमें महेन्द्र कुमार, ज्ञानेन्द्र कुमार,सुमेन्द्र, गिरीश, राम कुमार, नीलकंठ शामिल हैं।

ईडी ने रायपुर रजिस्ट्रार को भेजे 52 नोटिस जमीन खरीदी-बिक्री की मांगी जानकारी

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रायपुर रजिस्ट्रार को करीब डेढ़ महीने में 52 से ज्यादा नोटिस दी है। इसमें विभाग से रायपुर जिले में जमीन की खरीदी-बिक्री के दस्तावेज मांगे गए हैं। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जिन्हें ईडी ने हाल ही में गिरफ्तार किया है। पंजीयन दफ्तर को लगातार नोटिस मिलने के बाद दफ्तर में भी खलबली मची है। रायपुर रजिस्ट्री विभाग में पिछले महीने ही तबादले में मुख्य जिला पंजीयक समेत तीन उप पंजीयक बदल गए हैं। ऐसे में नए पंजीयक और उप पंजीयकों को ईडी की नोटिस का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि ईडी की नोटिस का जवाब देने में भी काफी समय लग रहा है। ईडी की ओर से जो नोटिस दी गई है उसमें अफसरों से खसरा नंबर, नाम और जगह की जानकारी देकर पूछा गया है कि यह जमीन कब खरीदी-बेची गई। नई रजिस्ट्री होने से पहले पुरानी रजिस्ट्री किन लोगों के नाम पर थी। ई-स्टांप की खरीदी नगद की गई या ऑनलाइन। हर नोटिस में 10 से ज्यादा बिंदुओं में जानकारी मांगी गई है।

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