रायपुर। राष्ट्र-संत श्री ललितप्रभ जी महाराज ने कहा कि हमारा पहला कर्तव्य है : बड़ों को प्रणाम करना। प्रणाम करने मात्र से हमारे परिणाम सुंदर हो जाते हैं, शरीर में ऊर्जा का उध्र्वारोहण होने लगता है और राइट व लेफ्ट ब्रेन का संतुलन बढ़ जाता है। आज मोबाइल फॉर जी के नेट से चलता है, पर हमारे फॉर जी हैं : माताजी, पिताजी, गुरुजी और प्रभुजी।
जो सुबह उठकर माँ को प्रणाम करता है वह कभी गरीब नहीं रहता, जो पिता को प्रणाम करता है वह कभी बदनसीब नहीं होता, जो गुरु को प्रणाम करता है वह कभी गमगीन नहीं होता और जो अपने बड़े भाई व बहन को प्रणाम करता है वह कभी चरित्रहीन नहीं होता। पंडितों के टोटकों से शनि की दशा कब सुधरेगी नहीं पता, पर मेरा दावा है माता-पिता को प्रभातकाल में प्रणाम करने से शनि की साढ़े साती भी मात्र सात महिनों में उतर जाएगी।
संत प्रवर बुधवार को सीमंधर स्वामी जैन ट्रस्ट द्वारा भैरव सोसायटी जैन मंदिर में आयोजित प्रवचन तीन दिवसीय प्रवचन माला के समापन पर श्रद्धालु भाई बहनों को संबोधित कर रहे थे। संतप्रवर ने कहा कि हमें रोज पंचांग प्रणाम करके बड़ों से आशीर्वाद और औरों से दुआएँ लेनी चाहिए क्योंकि दुआओं में बड़ी ताकत होती है। पत्थर मजबूत होता है, पर लोहा पत्थर को तोड़ देता है, अग्नि लोहे को पिघला देती है, पानी अग्नि को बुझा देता है, इंसान पानी को भी पी जाता है, मौत इंसान को खत्म कर देती है, पर दुआओं में इतनी ताकत है उसके सामने आई हुई मौत भी वापस चली जाती है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे रिश्तों में किसी तरह की खटास या दूरी आ चुकी है तो आप केवल सामने वाले को मुस्कुराते हुए प्रणाम करके आ जाएँ, सारी दूरियाँ कुछ सेकेंड में ही दूर हो जाएगी।
प्रेयर इज द बेस्ट मेडिसिन- संतश्री ने कहा कि गॉड इज द बेस्ट डॉक्टर एंड प्रेयर इज द बेस्ट मेडिसिन। प्रार्थना करने से मन पवित्र हो जाता है, बुद्धि सद्बुद्धि बन जाती है, संकट दूर हो जाते हैं, बाधाएँ टूट जाती हैं और जीवन में तरक्की के नए रास्ते खुलने शुरू हो जाते हैं। दुनिया से बात करनी हो तो फोन चाहिए, पर प्रभु से बात करने के लिए मौन चाहिए। आनंद लूट लो प्रभु की बंदगी का, पता नहीं कब साथ छूट जाए इस जिंदगी का।
इससे पूर्व मुनि श्री शांतिप्रिय सागर जी ने सभा को संबोधित करते हुए जीवन में प्रमाद न करने और साधना में निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में संघ अध्यक्ष संतोष वेद द्वारा आभार प्रकट किया गया। गुरुवार को सुबह 9 बजे राष्ट्रसंतों के प्रवचन टैगोर नगर स्थित सरदार बगीचे में होंगे।