छत्तीसगढ़

लूटपाट का जेवर खरीदने वाला ओडिशा से गिरफ्तार

Shantanu Roy
24 April 2022 9:50 AM GMT
लूटपाट का जेवर खरीदने वाला ओडिशा से गिरफ्तार
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छग

बिलासपुर। गोंड़पारा स्थित दीपक ज्वेलर्स में लूटपाट के मामले में फरार आरोपित के बारे में अब तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस की टीम खोजबीन में जुटी है। वहीं अन्य आरोपितों से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने दर्रीघाट के कांग्रेस नेता के घर से लूटे गए जेवर को खरीदने वालों को ओडिशा में हिरासत में ले लिया है। पुलिस जल्द ही उनको बिलासपुर लाएगी। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के दीपक ज्वेलर्स दुकान के संचालक को गोली मारकर जेवर लूटपाट करने वाला एक आरोपित फरार हो गया है। पुलिस अन्य आरोपितों से मिली जानकारी के आधार पर उसे ढूंढते हुए ओडिशा तक पहुंच गई है।

दो माह पहले मस्तूरी क्षेत्र के दर्रीघाट के कांग्रेस नेता के घर पर हुई डकैती के जेवर को खरीदने वाले लोगों तक पुलिस पहुंच गई। आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। ज्वेलर्स दुकान में लूटपाट करने वाले आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस की टीम जेवर खरीदने वालों को गिरफ्तार कर बिलासपुर लाएगी। जांच में पुलिस को पता चला है कि दीपक ज्वलर्स दुकान में लूटपाट करने के बाद जेवरों को पकड़े गए खरीदारों के पास ही बेचने की योजना थी। वहीं, घटना के बाद से घायल ज्वेलर्स संचालक अस्पताल में भर्ती हैं। शनिवार को उन्हें आइसीयू से जनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया है। डाक्टरों के मुताबिक वे खतरे से बाहर है।
कूरियर से सामान भेजने का झांसा देकर दो लाख की धोखाधड़ी कूरियर से आर्डर वाला सामान भेजने का झांसा देकर मेडिकलकर्मी के साथ दो लाख स्र्पये की धोखाधड़ी की गई है। खाते से रकम निकलने का मैसेज आने पर पीड़ित को ठगी का पता चला। शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने अज्ञात ठग के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। मुंगेली जिला के लोरमी थाना क्षेत्र के ग्राम बोड़तरा कला निवासी रवि शंकर जायसवाल कश्यपबाड़ा बंधवापारा में किराए के मकान में रहते हैं। वे मेडिकल उपकरण और सर्जिकल का काम करते हैं। बीते पांच फरवरी को रवि अपने मेडिकल इंस्ट्रूमेंट मंगवाने के लिए मारुती कूरियर से आर्डर किया था। आठ फरवरी को सामान की डिलवरी होनी थी। लेकिन तय समय पर सामान नहीं मिला। इस परउन्होंने गुगल से मास्र्ति कूरियर का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया।
10 फरवरी को उन्होंने उस नंबर पर फोन लगाया, लेकिन किसी से बात नहीं हो पाई। कुछ समय बाद अनजान मोबाइल नंबर से काल आया। फोन करने वाला ने शंकर को पता अपडेट नहीं होने का झांसा देकर ऐनीडेक्स एप डाउनलोड कराया। मोबाइल में एप अपडेट करते ही उनके आइसीआइ व पंजान नेशनल बैंक के खाते से अलग अलग किस्त में दो लाख चार हजार आठ सौ स्र्पये निकाल लिए गए। पीड़ित की शिकातय पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
Shantanu Roy

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