छत्तीसगढ़

कृषि महाविद्यालय में हुआ एक दिवसीय व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम

Shantanu Roy
13 Dec 2022 3:50 PM GMT
कृषि महाविद्यालय में हुआ एक दिवसीय व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम
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बेमेतरा। रेवेन्द्र सिंह वर्मा शासकीय कृषि महाविद्यालय व अनुसंधान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा में आज एक दिवसीय व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एम.पी ठाकुर उपस्थित थे। इस दौरान डॉ. अमित दुबे ने बताया कि कृषि में किस तरह नैतिक और वाणिज्यिक रूप से बौद्धिक अधिकार प्रदान किये गये हैं। उन्होंने कृषि में उपयोग आने वाली वस्तुओं पर कापीराइट के अधिकार, कृषकों व वैज्ञानिकों को अपने आविष्कार के बदले दिये जाने वाले पेटेंट और उनके कृति को उपयोग किये जाने के बदले दिये जाने वाले वित्तीय अधिकारों व ट्रेडमार्क संबंधित जानकारी प्रदान की। इसके अलावा प्रशांत कावेश्वर की ओर से भौगोलिक सूचना तंत्र या भौगोलिक सूचना प्रणाली का कृषि में उपयोग संबंधित जानकारी प्रदान की।
जिससे कृषि में इसके उपयोग से विभिन्न प्रकार के डाटा जैसे भूमि उपयोग डाटा, नदी क्षेत्र, वन्य उपयोग क्षेत्र, कृषि उपयोग क्षेत्र से संबंधित जानकारी एकत्र की जा सके व लाभ प्राप्त किये जा सके। कार्यक्रम का संचालन कृषि महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक, डॉ. असित कुमार की ओर से किया गया। कार्यक्रम का लाभ लेने हेतु कृषि महाविद्यालय के अध्यापकगण समेत छात्र-छात्राएं, पी.जी. कॉलेज बेमेतरा के शिक्षक, समाधान कॉलेज के अध्यापकगण, कृषि विज्ञान केन्द्र बेमेतरा के समस्त वैज्ञानिकगण भी शामिल हुए। छात्र-छात्राओं ने इस कार्यक्रम में व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ कृषि क्षेत्र के बौद्धिक अधिकारों की जानकारी प्राप्त की। कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता, डॉ. एम. पी. ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि कृषि बौद्धिक अधिकार व भौगोलिक सूचना तंत्र कृषि में एक ज्वलंत विषय है तथा इसकी जानकारी अध्यापकों के साथ-साथ छात्रों को भी होना जरूरी है, जिससे वे लाभान्वित हो सके।
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