अधिकारी नहीं सुधरेंगे, पेंशन के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रही बुजुर्ग महिलाएं
सूरजपुर। निराश्रित वृद्ध के भरण-पोषण के लिए सरकार द्वारा वृद्धा पेंशन योजना दी जाती है, लेकिन सूरजपुर जिले में अधिकारियों की लापरवाही की वजह से बड़ी संख्या में बुजुर्गों को वृद्धा पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। पीड़ित बुजुर्गों के द्वारा इसकी शिकायत स्थानीय ब्लॉक से लेकर जिले तक से की है। बावजूद इसके आज भी यह बुजुर्ग अपने हक के लिए पिछले 2 सालों से दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं।
सूरजपुर जिले का कर्री गांव… इस गांव में कुल 77 ऐसे बुजुर्ग हैं जिन्हें वृद्धा पेंशन योजना के अंतर्गत लाभ मिलना चाहिए, लेकिन इस गांव में मात्र 23 बुजुर्गों को ही इसका लाभ मिल पा रहा है। शेष 54 बुजुर्ग आज भी अपनी पेंशन की बात जोह रहे हैं। इनके द्वारा 2 साल पहले ही सभी दस्तावेजों को ब्लॉक में जमा कर दिया गया था। बावजूद इसके आज तक इनका पेंशन शुरू नहीं हो सका है। इस उम्र में भी अपना पालन पोषण के लिए यह बुजुर्ग मजदूरी करने को मजबूर हैं। वहीं, ग्राम पंचायत की सरपंच का भी यह मान रही है कि 2 साल पहले ही तमाम दस्तावेज ब्लॉक में दाखिल किए जा चुके हैं। साथ ही उनके द्वारा इसकी शिकायत ब्लॉक से लेकर मुख्यमंत्री तक से की गई है।
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि दस्तावेज जमा किए 2 साल से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन आज तक इन बुजुर्गों का वृद्धा पेंशन योजना के तहत नाम नहीं जोड़ा गया है। वहीं IBC 24 की दखल के बाद अब जिले के कलेक्टर यह आश्वासन दे रहे हैं कि जल्द ही बुजुर्गों को वृद्धा पेंशन योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। सरकार के द्वारा वृद्धा पेंशन योजना की रकम भी बढ़ा दी गई है। जाहिर है सरकार की मंशा बुजुर्गों को राहत देने की है, लेकिन कुछ अधिकारियों की लापरवाही की वजह से सरकार की महत्वकांक्षी योजनाएं जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है।