राजधानी की बाबूलाल गली, दाल गली और रहमानिया चौक से निकल कर पश्चिमी कलेवर में होटलों और पॉश कॉलोनियों में फैला
राजधानी के होटलों-पबों में मेट्रोकल्चर हावी
विकेंड पार्टी, नशा पार्टी और बेली डांस
जिम्मेदारों के संरक्षण में संचालित हो रही नाइट पार्टियां
सूचना के बाद भी पुलिस और आवकारी विभाग नींद में
प्रशासन और सुरक्षा एजेंसिंयां राजधानी में अवैध गतिविधियां रोकने में नाकाम
कमाई के चक्कर में छुटभैय्ये नेता अवैध कारोबारियों और अपराधियों को दे रहे संरक्षण
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी रायपुर के पांच सितारा और आलीशान होटलों में सेक्स का कारोबार परवान चढ़ रहा है। शनिवार और रविवार की रात नियम-कानून की धज्जियां उड़ाते हुए नाईट पार्टियों का आयोजन किया जा रहा है, जहां रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक डीजे की धुन पर जमकर नशे का कारोबार किया जा रहा है, यह सब पुलिस की सख्ती और चौकसी के बीच हो रहा है। वीआईपी रोड सहित तमाम मुख्य सड़कों में संचालित इन होटलों में शनिवार की रात होती है लेकिन नशे और नाइट पार्टियों को बढ़ावा देने के लिए सुबह नहीं होती, यहां हफ्ते में दो दिन शनिवार और रविवार शासन- प्रशासन द्वारा बनाएं गए नियम-कायदे कानून को ताक में रखकर जिम्मेदार अधिकारियों के नाक के नीचे जमकर डीजे की धुन पर शराबखोरी हो रही है। वहीं, जिम्मेदार आबकारी और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को इस संबंध में सूचना देने पर भी एक-दूसरे पर कार्रवाई की बात कही जाती है। आपको बता दें कि राजनीतिक संरक्षण में होटल संचालक आयोजकों से मिलकर बगैर किसी परेशानी के पार्टी आयोजित कर रहे हैं। नाइट पार्टियां प्रशासन द्वारा निर्धारित समय के बाद भी देर रात तक चल रही हैं, जिसमें ग्राहकों को शराब और हुक्का के अलावा दिगर नशा भी परोसा जा रहा है। इन आयोजनों के दौरान पुलिस अंदर दाखिल भी नहीं हो पाती, पुलिस वाला अगर कोई पहुंचता भी है तो आयोजनकर्ता खुद ही बाहर आकर उनका आवभगत कर सब कुछ सामान्य होने का झूठा भरोसा दिलाकर रवाना कर देते हैं। इसके बाद बाउंसरों की तैनाती के बीच नाइट पार्टी पूरी शबाब में पहुंचती है। ऐसी पार्टियों के कई वीडियो भी सामने आए हैं जिससे पार्टी के कलेवर को पहचाना जा सकता है। राजधानी का बाबूलाल गली, दाल गली और रहमानिया चौक कभी मुजरा और देह व्यापार के लिए चर्चित रहा है। बड़ी मशक्कत के बाद इन इलाकों से यह कारोबार बंद कराया गया था लेकिन आज यह कारोबार नए रूप में आलीशान होटलों की शान बढ़ा रहा है। बेली डांस, कैबरे और फोक डांस के तौर पर जहां होटलों में अश्लीलता परोसी जा रही है वहीं सेक्स भी परोसा जा रहा है। होटलों में सैक्स रैकेट भी संचालित हो रहे हैं इसका खुलासा हाल ही में एक बड़े होटल में रैकेट के पकड़ाने से हो चूका है।
विकेंड पार्टी में जाम छलकाते युवा
ये वीकेंड पार्टी यूं ही चलेगी, धूम मचा ले, गेट ऑन द डांस फ्लोर, तमंचे पे डिस्को। जी हां, वीकेंड की पार्टी के जश्न के मौके पर हर तरफ इसी तरह के गीत गूंजते रहे। होटल या रेस्तरां की पार्टी हो या फिर घर की पार्टी, हर जगह युवा थिरकते हुए नजर आते है। जश्न के रंग को बेरंग होने से बचाने के लिए पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। कोई होटलों और रेस्टोरेंटों में आयोजित पार्टियों में अवैध शराब पहुंचाया जाता है। शाम होते-होते अपने कामों को निपटा लोग सड़कों पर, फार्म हाउस, रेस्तरां, पब में जुटने लग जाते है। वीआईपी रोड की होटलों में जश्न का दौर तेज होता जा रहा है।
विकेंड की पार्टी में वीआईपी रोड रंगीन
वीआईपी रोड के होटलों और क्लबों में विकेंड और संडे पार्टी हमेशा सुर्खियों में रहा है। जहां पुलिस वाले भी सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर आयोजकों के साथ पार्टी में शामिल होकर होटलों में रात की पार्टियों को रंगीन कर रहे है। ड्रग पैडलरों और ड्रग सप्लायरों ने राजधानी को नशे की गर्त में ढकेल दिया है। तेलीबांधा क्षेत्र के आसपास और वीआईपी रोड के होटलों और ढाबों, कैफों और क्लबों में विकेंड और संडे की सुबह तक रंगीन मिजाज लोगों को पार्टी आबाद होती रही। ढाबों के बाहर खुलेआम दारू पिलाई जाती है। और कैफे में युवाओं को हुक्का परोसा जाता है। वीआईपी रोड के आसपास पुलिस की गश्त भी बाकायदा होती रही। रात भर चली नशे की पार्टी में शामिल होने वालों ने और आयोजकों ने महामारी अधिनियम की धज्जियां उड़ा कर रख दिया।
स्पा-मसाज पार्लर भी परोस रहे सेक्स
राजधानी में स्पा और मसाज पार्लर के नाम पर कई जगह सेक्स परोसने का धंधा खुलेआम चल रहा है। पॉश एरिया में तो मसाज पार्लर के नाम पर यह धंधा लगातार अपने पैर पसार रहा है। यहा के मेगा हाइवे की कई होटलों समेत शहर के मसाज पार्लर और कैफे में देह व्यापार हो रहा है। युवतियां पार्लरों में मसाज की आड़ में देह का व्यापार कर रही है। वहीं होटलों में युवक-युवतियां बिना पहचान बताए कमरे में ठहर रहे हैं। दूसरे राज्यों से यहां मसाज पार्लर और होटलों में रहकर युवतियां जिस्म फरोशी कर रही है। शहर की कई होटलों में दूसरे राज्यों की लड़कियां रहती है, जो होटल में आने वाले युवाओं के साथ संबंध बनाती है। जबकि नियमानुसार बगैर पहचान दस्तावेजों के होटल में कमरे की बुकिंग नहीं की जा सकती। मसाज पार्लर में भारतीय ही नहीं, विदेशी लड़कियां भी काम करते मिल जाएंगी। आलम यह है कि गूगल पर आप एरिया का नाम डालकर मसाज पार्लर सर्च करें तो एक-दो नहीं दर्जनों मसाज पार्लर के नाम मोबाइल नंबर के साथ सामने आ आएंगे। राजधानी के बड़े होटल में हाल ही में पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
बदला जिस्मफरोशी का ट्रेंड
देश के हर छोटे-बड़े शहर में जिस्मफरोशी का धंधा अब बदनाम गलियों से निकल कर पॉश इलाकों और आलीशान बाजारों में पहुंच चुका है। पुलिस की आंख में धूल झोकने के लिए इस धंधे के दलालों ने अपना तरीका हाईटेक कर लिया है। कुछ साल पहले तक धंधेबाज आर्केस्ट्रा और म्यूजिकल ग्रुप की आड़ लेते थे या फिर मॉडलिंग एजेंसी, पांच सितारा होटलों में एस्कार्ट सर्विस देकर अथवा पॉश इलाकों की कोठियों से लड़कियों को जिस्मफरोशी के लिए भेजते थे। लेकिन ये सभी तरीके जब पुलिस की नजर में चढ़ गए तो धंधेबाजों ने स्पा और बॉडी मसाज को अपने धंधे की आड़ बना लिया। भारत में करीब पांच साल पहले स्पा और बॉडी मसाज के पार्लर या तो पांच सितारा होटलों में होते थे या फिर महानगरों के बेहद पॉश मर्केट में। बाद में रिसॉर्ट चलाने वाली कंपनियों ने पर्यटकों को लुभाने के लिए इस कारोबार को अपनाया। उस समय तक स्पा और बॉडी मसाज का धंधा बेहद साथ सुथरा और सम्मानित माना जाता था। हर कोई इस सुख का आनंद भी नहीं ले सकता था क्योंकि स्पा के पैकेज बेहद महंगे होते थे। स्पा और बॉडी मसाज करवाना स्टेटस सिंबल माना जाता था। पढ़े-लिखे और उच्च वर्गीय परिवारों के युवक-युवतियां स्पा और बॉडी मसाज क्लिनिकों और पार्लरों में नौकरी को बतौर करियर अपनाते थे। कई बड़ी देसी और विदेशी सौन्दर्य प्रसाधन कंपिनयां इस कारोबार से जुड़ी थी। लेकिन करीब दो साल पहले स्पा पार्लरों और बॉडी मसाज के कारोबार को जिस्मफरोशी के सौदागरों की काली नजर लग गई। जब दूसरे धंधों की आड़ बंद हो गई तो कॉलगर्ल संचालकों ने स्पा और बॉडी मसाज खोलने शुरू कर दिए। देश के हर छोटे-बड़े शहर में पिछले दो साल में कुकुरमुत्तों की तरह स्पा और बॉडी मसाज के पार्लर खुल गए। हर उस शहर में जहां अमीर लोग रहते हैं और पर्यटकों की आवाजाही होती है वहां के मॉल, पॉश मार्केट, कॉलोनियों में भव्य और सुसज्जित स्पा और बॉडी मसाज के सेंटर खुल गए। इन स्पा सेंटरों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक शाइन बोर्ड लगवा लिए, अपनी बेवसाइट बनवा ली और समाचार पत्र-पत्रिकाओं में उनके आकर्षक विज्ञापन छपने लगे। पिछले डेढ़ साल में यह धंधा पूरी तरह परवान चढ़ गया।Ó
पूर्वोत्तर की लड़कियों का आकर्षण
होटल, स्पा व मसाज के पेशे में ज्यादातर पूर्वोत्तर के ही लडक़े-लडकियां काम करते हैं। दरअसल, देश के अधिकांश स्पा ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट पूर्वोत्तर के राज्यों में ही हैं। दूसरा, अरुणाचल, मिजोरम, नगालैंड, मणिपुर, मेघालय और असम की लड़कियां गोरी होने के साथ खूबसूरत और अंग्रेजी बोलने में दक्ष होती हैं। उनकी आधुनिक वेशभूषा भी जल्द ही ग्राहकों को आकर्षित कर लेती हैं। इसलिए स्पा की आड़ में जिस्मफरोशी कराने वाले सेंटर मोटी पगार देकर इस क्षेत्र की लड़कियों को नौकरी पर रख लेते हैं।
ऐसे होता है लुभावना प्रचार
जिस्मफरोशी कराने वाले होटल, स्पा और मसाज सेंटर ग्राहकों को लुभाने के लिए एसएमएस के जरिये अपने स्पा का जमकर प्रचार करते हैं जिसमें खूबसूरत और जवान लड़कियों से मसाज कराने का वादा किया जाता है। ऐसे प्रलोभनों को देखकर हर किसी के दिमाग में मसाज की कुछ और ही तस्वीर उभरती है। जाहिर है मसाज करने वालों के प्रति लोगों के मन में भी वैसी ही छवि बनती होगी। देश भर के स्पा पार्लरों में क्रॉस जेंडर मसाज सबसे ज्यादा है और यहीं पर सेक्स रैकेट का पर्दाफाश होता है। जबकि सेम जेंडर मसाज में ऐसी चीजें नहीं होती हैं। सेम जेंडर स्पा को फैमिली स्पा पार्लर के तौर पर जाना जाता है लेकिन अब इन्हें भी लोग शक की नजर से देखते हैं। अंग्रेजी समाचार पत्रों से लेकर क्षेत्रियों भाषाओं तक के समाचार पत्र-पत्रिकाओं में हॉट मसाज व स्पा के विज्ञापन भरे होते हैं। कई स्पाओं ने तो बाकायदा अपनी वेबसाइट बनाकर ढकी छिपी भाषा में लड़कियों से मनचाहा मसाज और अतिरिक्त सुविधा का जिक्र बड़े गर्व से करते हैं।
कहां से आती हैं गल्र्स
मसाज सेंटर और स्पा में काम करने वाली अधिकतर लड़कियां कोलकाता, मद्रास, असोम या नेपाल की हैं। इन लड़कियों को मोटे पैकेज पर राजधानी लाया जाता है और ये लड़कियां पांच-छह माह राजधानी में रुकने के बाद एक-दो माह के लिए अपने घर चली जाती हैं और फिर वापस आकर इस काम में लग जाती हैं।
जॉब के नाम पर कराते हैं काम
वहीं मसाज पार्लर और स्पा में काम करने वाली लोकल लड़कियों को सैलरी बेस पर रखा जाता है। बहुत सी लोकल लड़कियां मजबूरी के चलते इस कारोबार से जुड़ी हुई हैं।
तीन से पांच हजार में डील
मसाज पार्लर में तीन से पांच हजार रुपये में फुल मसाज के नाम पर देह व्यापार किया जा रहा है। काउंटर पर पहुंचते ही कस्टमर से पैसे जमा कराए जाते हैं और फिर उसे लड़कियों के साथ कमरे में भेजा जाता है। कई जगह तो किराए पर हॉल लेकर उसमें केबिन बनाकर यह धंधा किया जा रहा है।
टूरिस्ट वीजा पर आती हैं लड़कियां
कस्टमर्स अधिकतर विदेशी लड़कियों की मांग करते हैं। इनका रेट अधिक होता है और स्पा और मसाज सेंटर चलाने वालों की इससे इनकम भी अधिक होती है। स्पा और मसाज सेंटर में धंधे के लिए विदेशी लड़कियों को टूरिस्ट वीजा पर लाया जाता है।