छत्तीसगढ़

पौष्टिक अनाज को लेकर आमजन को जागरूक करने विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता में मिली भरपूर सराहना कान्फ्लूयेंस कॉलेज के एनएसएस टोली को

jantaserishta.com
21 Sep 2023 12:57 PM GMT
पौष्टिक अनाज को लेकर आमजन को जागरूक करने विश्वविद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता में मिली भरपूर सराहना कान्फ्लूयेंस कॉलेज के एनएसएस टोली को
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राजनांदगांव: कान्फ्लूयेंस कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाने के निर्देश के परिपालन करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित मिलेट्स डिस मेकिंग कमटीशन में महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा भाग लिया गयाl कुपोषण की बढ़ती चुनौती के प्रति जागरूकता के मकसद से राष्ट्रीय सेवा योजना टोली द्वारा मिलेट्स व्यंजन बनाकर दैनिक आहार में इनके महत्व को शामिल करने किया अपीलl प्रो. विजय मानिकपुरी कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना ने बताया कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के तत्वाधान में खालसा महाविद्यालय दुर्ग में प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें महाविद्यालय के पल्लवी मिश्रा, हिलेश्वरी साहू,कोमल साहू,शाहरुख टोमन बसोने शामिल हुए पोषण माह के तहत लोकल फॉर वोकल थीम पर आधारित मिलेट्स व्यंजनों की प्रतियोगिता में छात्रों ने ज्वार,बाजरा और कोदो से निर्मित विभिन्न प्रकार के व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई जिसकी सरहाना माननीय कुलपति डॉ.अरुणा पलटा, कुलसचिव डॉ. भूपेन्द्र कुलदीप,छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ.प्रशांत श्रीवास्तव, उप कुलसचिव दिग्विजय साहू सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी कर्मचारियों ने कियाl इस वर्ष इसका उद्देश्य जीवन चक्र दृष्टिकोण के माध्यम से कुपोषण से व्यापक रूप से निपटना है जो मिशन पोषण 2.0 की आधारशिला हैl गर्भावस्था,शैशवावस्था बचपन और किशोरावस्था के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करना रहा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति हेमचंद यादव दुर्ग विश्वविद्यालय डॉ. अरुणा पलटा ने महाविद्यालय से आए प्राध्यापकों एवं छात्रों का अभिवादन किया और कहा कि भारत के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की मिलेट्स क्रांति स्वास्थ्य संबंधी और पर्यावरणीय लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ-साथ पारंपरिक कृषि अभ्यासो को पुनर्जीवित करना और ज्वार,बाजरा, रागी, कंगनी,कुटकी, कोदो जैसे अनाजों में फाइबर ,प्रोटीन ,विटामिन और खनिज के अच्छे स्रोतों को उपयोग करके प्राप्त करने के उद्देश्य से यह प्रतियोगिता किया गया हैl प्राचार्य डॉ.रचना पांडे ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस मिलेट्स ढिस मेकिंग प्रतियोगिता में पूरे विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालय से तीन छात्रों के समूह को आमंत्रित किया गया था जिसका उद्देश्य अमृत काल में सुपोषित भारत और छत्तीसगढ़ के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए सामुदायिक भागीदारी को बढ़ाना है भारत सरकार की प्रमुख पहल पोषण अभियान ने गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माता,किशोरियों और छःवर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए पोषण संबंधी परिणामो को व्यापक रूप देने के उद्देश्य से मिलेटस प्रतियोगिता आयोजित किया गया है जिसमें हिलेश्वरी साहू,तोमन बसुने, पल्लवी मिश्रा ,कोमल साहू ,शाहरुख विद्यार्थियों की भूमिका महत्वपूर्ण रहीl महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल एवं डॉ.मनीष जैन में संयुक्त रूप से कहा कि इस प्रकार के प्रतियोगिताओं से छत्तीसगढ़ में मिलेट की खेती को बढ़ावा मिलेगा और लोगों का रुझान कोदो,कुटकी, रागी जैसे महत्वपूर्ण अनाजों से बने व्यंजनों के प्रति आकर्षण में वृद्धि होगी जिससे खान-पान में इन अनाजों और फसलों का महत्वपूर्ण स्थान होगा lमिलेट्स मेकिंग प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शनी लगाने वाले महाविद्यालय एवं विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा पुरस्कृत किया गया सभी को महाविद्यालय की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं l
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