कांग्रेस की बैठक में नोक-झोक, पीसीसी अध्यक्ष पर मनमानी का आरोप
पदाधिकारियों ने नियुक्तियों पर सवाल उठाए
रायपुर (जसेरि)। संगठन चुनाव को लेकर हुई कांग्रेस की बैठक में मंगलवार को तीखी नोकझोंक हुई है। पार्टी पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष पर मनमानी नियुक्तियों का आरोप लगाया। झल्लाए प्रदेश अध्यक्ष ने भी कह दिया कि पहले किस तरह नियुक्तियां होती थीं, यह सब जानते हैं। भाजपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से आए लोगों को संगठन सहित निगम-मंडलों में नियुक्त कर दिया गया था।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश संगठन के चुनाव प्रभारी हुसैन दलवाई की मौजूदगी में ब्लॉक चुनाव अधिकारी, जिला अध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक शुरू हुई। बात शुरू हुई तो प्रतिमा चंद्राकर ने बीआरओ की नियुक्ति का मामला उठाया। उन्होंने कहा, बार-बार सूची बदली गई। यह ठीक नहीं है। प्रेमचंद जायसी ने कहा, बीआरओ के लिए उनसे भी नाम मांगे गए थे, लेकिन उनमें से किसी की नियुक्ति नहीं हुई। राजेंद्र साहू का कहना था कि बंद कमरे में नियुक्तियां हो रही हैं। किसी को पद दिया जा रहा है और हटा दिया जा रहा है। चंद्रशेखर शुक्ला ने खुद का मामला उठा दिया। उनका कहना था, उनको प्रभारी महामंत्री पद से हटाने के लिए नोटिस भी नहीं दिया गया। इन आरोपों से झल्लाए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने चंद्रशेखर शुक्ला से कहा, प्रभारी महामंत्री जैसा पदाधिकारी 15-15 दिनों तक ऑफिस से बाहर रहे तो आम कार्यकर्ताओं की सुनवाई कैसे होगी। सबको पता है कि उनसे पहले नियुक्तियां कैसे होती थीं। भाजपा और जोगी कांग्रेस से आए लोगों को पद बांट दिए गए। उन्होंने हर स्तर पर इसकी शिकायत की है।
कांग्रेस की बैठक खत्म होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि वे वहां केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की कोशिश में हैं। वहां नियुक्तियों को लेकर चर्चा होनी है। बताया जा रहा है कि एक-दो दिनों में चार पदाधिकारियों को दिल्ली बुलाया जा सकता है।
संगठन चुनाव को लेकर हुई चर्चा
इधर बैठक में संगठन चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। संगठन चुनाव प्रभारी हुसैन दलवाई ने सभी ब्लॉक चुनाव अधिकारियों से कहा, वे अपने ब्लॉक में पहुंचें। वहां बैठक कर सर्वसम्मति से अध्यक्ष का नाम तय करने की कोशिश करें। जहां सर्वसम्मति नहीं बन पाएगी वहां चुनाव होगा। बताया जा रहा है कि ब्लॉक समितियों का चुनाव दो सप्ताह में पूरा करा लेने को कहा गया है।
भूपेश-सिंहदेव को मिली हिमाचल-गुजरात की जिम्मेदारी
कांग्रेस हाईकमान ने छत्तीसगढ़ में पार्टी नेतृत्व के दो सबसे बड़े चेहरों को गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हिमाचल प्रदेश चुनाव में पार्टी का सीनियर ऑब्जर्वर बनाया गया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को गुजरात विधानसभा चुनाव में ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी मिली है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को बताया है, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हिमाचल प्रदेश चुनाव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सीनियर ऑब्जर्वर बनाया है। सचिन पायलट और प्रताप सिंह बाजवा को वहां ऑब्जर्वर बनाया गया है। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी का सीनियर ऑब्जर्वर बनाया गया है। टीएस सिंहदेव और मिलिंद देवड़ा को गहलोत की टीम में ऑब्जर्वर बनाकर शामिल किया गया है। इन दोनों प्रदेशों में इस साल नवम्बर-दिसम्बर में विधानसभा चुनाव होना हैं।