आजकल तेरे-मेरे प्यार के चर्चे हर जुबान पर, सबको मालूम है औऱ सबको खबर हो गई
ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव
पिछले दिनों रायपुर जिले के एसएसपी ने कई थानों के एएसआई, हवलदार और आरक्षकों को हटाकर रायपुर जिले के काफी दूर-दूर के थानों में भेजा था, ताकि वे जल्दी फिर से वापसी न करवी सकें,ये सभी एएसआई, हवलदार और आरक्षक चर्चित और एक ही थाने में कई सालों से जमे थे, इनके बारे में कहा जाता था कि यही थाना चलाते थे। मजे की बात थानेदार भी इन्ही के कहे अनुसार काम करते थे। कई एएसआई, हवलदार और आरक्षक पर यह भी आरोप था कि एसएसपी साहब व्दारा चलाए जा रहे निजात अभियान की हवा भी यही खोल रहे थे। सट्टे बाजों और नशे के सौदागरों से इनका प्यार जग जाहिर हो गया था। जिससे सटोरिय़ों और नशे के धंधा कम नहीं हो रहा था, पिछले दिनों भी टिकारापारा में मोटर गैरेज के संचालक की मौत में भी पुलिस वालों के ऊपर आरोप लगे थे, मृतक ने सुसाइट नोट में पुलिस वाले का नाम लिखा था। लेकिन एफआईआऱ दर्ज करते समय उसका नाम ही गायब कर दिया था इन सब को लेकर एसएसपी महोदय काफी खपा थे सो उन्हेंने एसे सभी लोगों को इधर से उधर कर दिया । जनता में खुसुर-फुसुर है कि चर्चा में बने रहना कौन नहीं चाहता है। चर्चित रहना ही इनकी खासिय़त है। क्या ये दूसरे थाने में जाकर चर्चा से दूर हो जाएंगे। एस पी साहब को ध्य़ान रखना होगा। आजकल तबादले में गए पुलिस वाले यही राग अलाप रहे है तेरे-मेरे प्यार के चर्चे हर जुबान पर,सबको मालूम है औऱ सबको खबर हो गई ...
छत्तीसगढ़ की अंजली अवस्थी...
टीवी सारियल में एक सीरियल चलता है जिसमें उसके किरदार का नाम अंजली अवस्थी है, जो एक रेप पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए अपने सीनियर वकीलों को टक्कर देती है। छत्तीसगढ़ में भी जज आकांक्षा ने तमाम आरोपों को निराधार साबित करते हुए जज के पद पर वापसी की। ये है छत्तीसगढ़ महतारी की ताकत जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है । मामले में बर्खास्त महिला जज ने अपने केस में खुद बहस कर हाई कोर्ट में बड़ी जीत हासिल की है. स्थायी समिति की अनुशंसा पर 7 साल पहले उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था, जिसके खिलाफ उन्होंने याचिका लगाई थी. इसके बाद विधि एवं विधायी विभाग और हाईकोर्ट ने अपील की थी. उनके पक्ष में फैसला आने पर हाई कोर्ट ने उन्हें नियुक्ति भी दे दी है। मामले में कमेटी ने जांच के बाद 6 अप्रैल 2016 को रिपोर्ट सौंपी. उसमें सीनियर मजिस्ट्रेट के खिलाफ शिकायत निराधार पाई गई। कमेटी की रिपोर्ट के खिलाफ अपील की गई, पर उसे भी 5 जनवरी 2017 को खारिज कर दिया गया. तब हाई कोर्ट की सिफारिश पर आकांक्षा को 9 फरवरी 2017 को विधि-विधायी विभाग ने बर्खास्त कर दिया। जिस पर उन्होंने बर्खास्तगी के खिलाफ याचिका लगाई थी, और मामले की सुनवाई के दौरान खुद अपना पक्ष रखा.। जनता में खुसुर-फुसुर है कि जो सच के लिए लड़ाई लड़ती है उसकी जीत निश्चित होती है। सीरियल में इंटरटेनमेंट भले ही आपने देखा हो लेकिन असल जिंदगी में आकांक्षा ने नारी शक्ति का जलवा दिखाया । जय हो छत्तीसगढ़ महतारी।
सैल्यूट सुंदरराजन साहब ...
गृहमंत्री अमित शाह के लक्ष्य. की ओर बढ़ते कदम की सफलता के लिए जगदलपुर आईजी सुंदरराजन पी बधाई के पात्र हैं। आईजी सुंदरराजन ने कहा कि पिछले तीन दशकों से प्रदेश और बस्तर के लिए सर दर्द बना माओवाद संगठन अब धीरे धीरे कमजोर होता जा रहा है। 24 साल के संघर्ष में अब सफलतायें भी जवानों को लगातार मिल रही हैं। माओवादियों के कब्जे वाले कई इलाकों को भी मुक्त किया जा रहा है। यही कारण है कि माओवादियों के बड़े लीडर या तो मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं या फिर आत्म समर्पण कर रहे हैं। वहीं सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव के चलते ही संभाग के दो जिले अब नक्सल मुक्त हो गए हैं। बस्तर आई जी सुन्दर राज पी ने बताया कि सरकार द्वारा किये जा रहे अंदरूनी इलाकों में विकास कार्यों और सुरक्षा बलों द्वारा चलाये जा रहे नक्सल ऑपरेशन से दोनो जिलों में काफी हद तक घटनाएं कम हुई हैं और बस्तर-कोंडागांव में सक्रिय माओवादी काफी हद तक खत्म हो चुके हैं। जनता में खसुुर-फुसुर है कि ये हमारे प्रदेश के लिए खुशी की बात है, बस्तरिया चर्चा कर रहे है कि नक्सल जो आए दिन उपद्रव कर रहे है क्या ये भी नक्सल खात्मे का पार्ट है। सुंदर राजन साहब ने नाम के अनुरूप काम करके बस्तर को बेहतर बनाने में योगदान देकर पुलिस महकमा का गौरव बढ़ाया है।
शाबास ट्विंकल निषाद छग का नाम रौशन करती रहो
गरियाबंद के कूटेना आंगनबाड़ी क्रमांक 3 में पढऩे वाली ढाई साल की नन्हीं ट्विंकल निषाद का एक वीडियो सोशल मीडिया में जम कर वायरल हो रहा है. वीडियो में केंद्र की कार्यकर्ता रीना साहू ट्विंकल से जनरल नॉलेज के सवाल करते दिख रही हैं. खास बात ये है कि बच्ची से सवाल मिडिल स्कूल स्तर के पूछे जा रहे हैं, फिर भी उनके जवाब वो बड़ी बेबाकी से दे रही है। इस वीडियो को देखकर सभी हैरान हैं और इसे सोशल मीडिया में खूब शेयर भी किया जा रहा है. ट्विंकल के माता-पिता, हुलसी बाई और आनंद निषाद, एक साधारण परिवार से हैं. इसके बावजूद उनकी बिटिया की प्रतिभा असाधारण है. आंगनबाड़ी केंद्र में कुल 30 बच्चे पढ़ते हैं, जिनमें 17 लडक़े और 13 लड़कियां हैं. इन सबके बीच ट्विंकल को सबसे ज्यादा इंटेलिजेंट बच्ची है. यह वीडियो आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता रीना साहू ने बनाया है, जो ट्विंकल की बौद्धिक क्षमता को लेकर काफी उत्साहित हैं. वीडियो वायरल होने के बाद ट्विंकल की प्रतिभा को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चा हो रही है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये छत्तीसगढ़ की भावी पीढ़ी है जो अपने ज्ञान के बल पर पूरे विश्व में डंका बजाने वाली है।
कांग्रेस में नया ट्रेंड गाली दो, माफी-माफी का खेलो
गत दिनों बिलासपुर में कांग्रेस की बैठक में जो दृश्य उपस्थित हुआ उससे कांग्रेस के फजीहत होने के बाद अब उस पर माफी का मल्हम लगाकर मामले का पटाक्षेप कर दिया गया.। बिलासपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि, कांग्रेस भवन में सुबोध हरितवाल और राजेश पांडेय के बीच में वाद-विवाद हुआ था। उस मामले पर संगठन ने नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था, जिसके बाद उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के सामने माफी मांगी। कांग्रेस के चरित्र के अनुरूप सुबोध हरितवाल से माफी मांगी है। लिखित में भी क्षमा मांग ली है। लिहाजा, कांग्रेस कमेटी ने उन्हें चेतावनी दी है कि भविष्य में इस तरह की अनुशासनहीनता नहीं करेंगे, जिसके बाद इस मामले को समाप्त कर दिया गया है।जनता में खुसुर -फुसुर है कि ये कांग्रेस का अंदरूनी मामला है जो पिछले सौ सालों से चल रहा है। जिसमें एक गाइड लाइन है कि अपने-अपने होते है गाली दो या मारपीट करो माफी मांग कर फिर से काम करो। हम देश के सबसे पुरानी राजनीितक पार्टी के सिपाही हैं जो वक्त के साथ वक्ता को बदलने की ताकत रखते हैंं।
हेल्पलाइन मतलब बाबुओं को कुछ देना
जिला प्रशासन ने जनदर्शन में नहीं पहुंच पाने वालों को ध्यान में रखते हुए वाट्सऐप की सुविधा प्रदान की है। लोग जिला प्रशासन के समक्ष सुझाव, शिकायत और प्रतिक्रिया प्रस्तुत कर सकते हैं। जिले का कोई भी नागरिक कलेक्ट्रेट या जिले के कोई भी कार्यालय में पहुंचे बिना कलेक्टर एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को अपना सुझाव, शिकायत और प्रतिक्रिया देते हुए जिला प्रशासन से संवाद कर सकता है। आम नागरिकों एवं आवेदकों को मांगों एवं समस्याओं के निराकरण के लिए संयुक्त जिला कार्यालय में प्रत्येक मंगलवार को जनदर्शन के अलावा कलेक्टर से मुलाकात करने संयुक्त जिला कार्यालय में आने की आवश्यकता नहीं होगी। अब मांगों एवं समस्याओं के निराकरण के लिए बार-बार कलेक्ट्रेट आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आम जनता के समय एवं श्रम की भी बचत होगी। जनता में खुसुर-फुसुर है कि प्रेदश में सुशासन की झलक दिखाई देने लगी है। क्या संभव है बिना अर्जी लगाए बिना कलेक्ट्रेट जाए आपकी समस्या का समाधान हो पाएगा। ये तो सरकारी झुनझुना है जब अधिकारी बजाते हैं तब ही बजता है, जनता तो हेल्पलाइन का मतलब ही नहीं समझती है, हेल्पलाइन मतलब बाबुओं को कुछ देना है।
अमर से कांप जाता बिजली
बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल का पावर आज भी वैसा है जैसे वो पहले मंत्री हुआ करते थे, बिलासपुर में चल रहे सुगबुगाहट के बाद यह चर्चा है कि मंत्रीमंडल विस्तार में अमर को जगह मिलने की बात जोर पकडऩे लगा तो लोग उन्हें उद्घाटन और कार्यक्रम बढ़ चढ़ कर में बुलाए जाने लगा है। कहते है हड़बड़ी में गड़बड़ी हो जाती है। पिछले दिनो बिजली विभाग से सब स्टेशन के उद्घाटन में एसा ही हुआ । उद्घाटन के पहले जैसे ही फीता काट कर स्वीच दबाया केबल ब्रष्ट हो गया। जनता में खुसुर-फुसुर है कि अमर अग्रवाल की ताकत जब विधायकी में इतनी है तो मंत्री बन जाएंगे तो क्या होगा।