छत्तीसगढ़

अब नहीं करना पड़ेगा बिजली का इंतजार, सोलर है हमारे साथ

Shantanu Roy
30 Jan 2023 4:47 PM GMT
अब नहीं करना पड़ेगा बिजली का इंतजार, सोलर है हमारे साथ
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कांकेर। जिले के कृषक अब आधुनिक तकनीकों के उपयोग कर कृषि कार्य से अपने जीवन में बदलाव ला रहे है। शासन-प्रशासन की मदद से अंदरूनी क्षेत्रों में बसे कृषकों को अब विषम भौगोलिक स्थिति में भी कृषि कार्यो के प्रति प्रोत्साहन मिला रहा है। शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेते हुए जिले के कृषक उन्नत खेती कर एक बेहतर जीवनशैली की ओर आगे बढ़ रहें है। फसल की अच्छी पैदावार के लिए उचित देख-रेख के साथ आवश्यकतानुसार पानी जरूरी है। अंदरूनी क्षेत्र के गांवों में मूलत: विद्युत आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था के अभाव में कृषकों को खेत तक पानी पहुंचाने की समस्या का सामना करना पड़त है। विद्युतविहीन खेतों में सोलर पम्प स्थापना से नि:शुल्क बाधारहित सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो रही है।
जिला कांकेर के विकासखंड कोयलीबेड़ा में सैकड़ों किसान अपने खेतों में सोलर पंप लगाकर खेतों की सिंचाई कर रहे है। सौर ऊर्जा से मोटर पंप चलने से किसानों को विद्युत विभाग के चक्कर लगाने तथा लो-वोल्टेज की समस्या से राहत मिल रहा है, साथ ही बार-बार बिजली गुल होने जैसी समस्या तथा भारी भरकम बिजली बिलों से छुटकारा मिल रहा है। जहां बिजली पोल पहुंच पाना संभव नहीं है। ऐसे अनेकों गांव तथा खेत खलिहान में सोलर पंप लगाने की प्राथमिकता दी जा रही है। विकासखंड कोयलीबेड़ा के सुदूर वनांचल क्षेत्रों के किसानों के लिए सौर सुजला योजना कारगर साबित हो रही है।
जिला मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर विकासखंड कोयलीबेड़ा क्षेत्र के पी.व्ही-25 रामकृष्ण पुर के किसान परिमल बोस ने बताया कि वह अपने खेत में 05 हार्स पावर का सोलर पंप स्थापित कर तालाब निर्माण किया है। तालाब में सोलर पंप से पानी भरकर मछली पालन कर रहा है, जिससे एक साल में लगभग 03 लाख रुपए की आमदनी हो रही है। साथ ही साथ वह अपने खेतों में मक्का की खेती कर रहा है, जिसमें सोलर पंप के माध्यम से सिंचाई कर रहे है मक्का की खेती से 04 लाख की कमाई हो रही है। कोयलीबेड़ा क्षेत्र के किसानों की दशा और दिशा बदलने में अब सौर सुजला योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। दिल्ली में अब एक निश्चित समय पर प्रदूषण के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा। सोमवार से रियल टाइम आधार पर प्रदूषण के स्रोतों की पहचान करने की शुरूआत हो गई है। ऐसा करने वाला दिल्ली देश का पहला राज्य बन गया है। एसबीवी राउज एवेन्यू स्कूल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रियल टाइम बेसिस पर प्रदूषण के स्रोतों की पहचान के लिए सुपर-साइट और मोबाइल एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन का शुभारंभ किया।
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