छत्तीसगढ़

चेंबर चुनाव में अब की बार चलेगा जाति फैक्टर

Admin2
9 March 2021 5:34 AM GMT
चेंबर चुनाव में अब की बार चलेगा जाति फैक्टर
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सिंधी-जैन व्यापारी तय करेंगे हार-जीत

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है प्रत्याशियों का प्रचार भी जोर पकड़ते जा रहा है। दोनों प्रतिस्पर्धी पैनलों के अध्यक्ष व अन्य पदों के उम्मीदवार शहर-शहर दौरा कर व्यापारियों से अपने लिए समर्थन मांग रहे हैं। दौरे के साथ अध्यक्ष पद के दोनों प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं, लेकिन चेंबर चुनाव पर बारिकी से नजर रखने वालों का कहना है कि अबकी बार चुनाव बेहद कठिन और मुकाबला दिलचस्प है। कहा जा रहा है कि इस चुनाव में जातिय फैक्टर नतीजों पर बड़ा प्रभाव डालने वाला है। ऐसे में दोनों प्रत्याशियों के जीत के दावे पर यकीन मुश्किल है।

योगेश के लिए चुनौती बनेंगे सिंधी वोटर्स: व्यापारियों में सिंधी समुदाय के लोगों की बड़ी तादात है। अब तक चेंबर संरक्षक और कई बार अध्यक्ष रहे श्रीचंद सुंदरानी की शाख भी दांव पर है। जय व्यापार पैनल के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अमर परवानी के चुनाव मैदान में होने से इस वर्ग के वोटर्स संशय में हैं. चूंकि श्रीचंद सुंदरानी सीधे चुनाव में भागीदार नहीं हैं इसलिए समुदाय के व्यापारियों में उनकी पकड़ सिमटती जा रही है। उनके कुछ सामाजिक विरोधी भी उन्हें समाज से दूर करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।वहीं योगेश के साथ इस समुदाय के कुछ ऐसे चेहरे भी हैं जिन्हें व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के चलते उनके समुदाय के लोग ही पसंद नहीं करते हैं, यह भी योगेश के लिए गलत सिग्नल है। ऐसे में सिर्फ सतही बातों पर भरोसा करने के लिए योगेश अग्रवाल और व्यापारी एकता पैनल के रणनीतिकारों को सिंधी वोटर्स का समर्थन हासिल करने के लिए धरातल पर उतरकर उनके मन को टटोलने और साधने की जरूरत है।

बनिया और दिगर व्यापारियों को साधना परवानी के टेढ़ी खीर : सिंधियों के अलावा अग्रवाल-बनिया व दिगर समाज के कारोबारियों की भी बड़ी संख्या है। इन कारोबारियों पर पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल का सीधा प्रभाव रहा है। इसका लाभ योगेश अग्रवाल को मिल सकता है, लेकिन इस वर्ग में ऐसे भी कारोबारियों की संख्या बहुतायत है जिनका झुकाव कांग्रेस की ओर है ये लोग पाला बदल कर दूसरे पैनल के प्रत्याशी का समर्थन कर सकते हैं। इन कारोबारियों का साथ अमर परवानी को मिल सकता है।

जय व्यापार पैनल का राजधानी में जनसंपर्क अभियान

जय व्यापार पैनल के प्रत्याशियों और पदाधिकारियों ने राजधानी के कटोरातालाब, मालवीय रोड, सदरबाजार में डोर-टू-डोर कैम्पेन किया और व्यापारियों से समर्थन मांगा। मालवीय रोड में व्यापारियों ने मिठाईयां खिलाते हुए अग्रिम बधाईयां दी। जगह जगह स्वागत हुआ। जय व्यापार पैनल की संपर्क यात्रा का जबरदस्त स्वागत अभिनंदन सदर बाजार में हुआ। मानो दीवाली आ गई हो, फटाका की गूंज रुकने का नाम नहीं ले रही थी, हर दुकानदार स्वागत को आतुर दिखा। मिठाइयों सरबत आदि से कदम कदम पर स्वागत हुआ। फव्वारे के द्वारा सुनहरी पन्नियो ने पूरे मार्ग को सोने चांदी के रंगों में रंग दिया।

योगेश अग्रवाल ने बिलासपुर में व्यापारियों से मांगा समर्थन

व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष पद प्रत्याशी योगेश अग्रवाल के नेतृत्व में पैनल के पदाधिकारियों ने न्यायधानी बिलासपुर क्षेत्र में स्थित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में जबरदस्त प्रचार किया। पैनल के सभी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने व्यापारियों से समर्थन व आशीर्वाद माँगा। प्रचार के दौरान,व्यापार विहार संघ के अध्यक्ष पवन वाधवानी, मुंगेली नाका महासंघ के अध्यक्ष कृपालसिंह भोगल, रमेश वाधवानी, नानकराम कटुजा, कमल विधानी, नंदलाल पमनानी, दीपक खंडेलवाल सहित सभी स्थानीय व्यापारियों ने व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष पद प्रत्याशी योगेश अग्रवाल का ढोल-नगाड़े और आतिशबाजी के बीच फूल-मालाओं से स्वागत किया। सभी स्थानीय व्यापारियों ने वर्षों से परखे हुए विश्वसनीय व्यापारी एकता पैनल के सभी प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाने का आश्वासन दिया है।

जैन-मारवाड़ी व्यापारी तय करेंगे हार-जीत

उपर्युक्त दोनों फैक्टरों के अलावा जैन व मारवाड़ी वर्ग के व्यापारियों के वोट इस चुनाव में हार-जीत तय करने वाले होंगे। चूंकि अध्यक्ष पद के द्रोनों उम्मीदवार इन वर्गों से नहीं है ऐसे में इन व्यापारियों का समर्थन जिस उम्मीदवार को ज्यादा मिलेगा वह जीत के उतने ही करीब होगा। चूंकि सिंधी व बनिया व्यापारियों के वोटों के धु्रवीकरण की संभावना है ऐसे में जैन-मारवाड़ी कारोबारियों का समर्थन दोनों पैनलों के लिए महत्वपूर्ण होगा। इस वर्ग के व्यापारियों को जो प्रत्याशी साधने में सफल रहेगा उसकी जीत की संभावना ज्यादा होगी।

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