अब रायपुर एम्स को जीनोम सिक्वेंसिंग की जांच करने की मिली अनुमति
रायपुर। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की जांच अब एम्स में हो सकेगी। एम्स को जीनोम सीक्वेसिंग की अनुमति मिल गई है। इससे पहले एम्स में मशीन की खरीदी कर ली गई थी, लेकिन किट नहीं मिलने और अनुमति की वजह से सैंपल को भुवनेश्वर भेजा जा रहा था। जीनोम सीक्वेसिंग की जांच की अनुमति मिलने के बाद अब कोरोना वायरस के अलग-अलग वेरिएंट की जानकारी के साथ रिसर्च में भी मदद मिलेगी। शनिवार से ही यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी।
एम्स प्रबंधन के मुताबिक देश के 24 राज्यों में 63 स्थानों पर यह जांच की सुविधा है। छत्तीसगढ़ में वर्तमान में एम्स में यह सुविधा है। इस मामले को लेकर संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं ने भी शासकीय अस्पताल प्रबंधनों को चिठ्ठी लिखकर अनुमति की जानकारी दे दी है। उल्लेखनीय है कि एम्स में दूसरी लहर के बाद से ही जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब तैयार कर लिया गया था। साथ ही लंबे समय से अनुमति का इंतजार किया जा रहा था। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी शिव शर्मा ने बताया कि अनुमति मिलने के बाद सैंपल बाहर भेजने की प्रक्रिया नहीं करनी पड़ेगी। स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता सुभाष मिश्रा ने बताया कि हमने सरकारी अस्पतालों को इसकी जानकारी दे दी है। बता दें कि कोरोना काल के पीक अवधि में इस परीक्षण की आवश्यकता अनुभव की गई थी। इसके बाद से एम्स ने लगातार अपनी सुविधाओं का विस्तार किया। एम्स निदेशक डा. नितिन नागरकर के प्रयासों से ये सुविधा यहं मिल पाई है।