बिलासपुर। बिलासपुर शहर में तेज वर्षा हुआ। एक ही दिन में वर्षा का रिकार्ड कायम किया गया है। जिन जगहों पर जल भराव नहीं होता था वहां भी पानी भर गया। विकट स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। आपदा के दौरान मदद करने के लिए कंट्रोल रूम में कोई कर्मचारी ही नहीं था। कंट्रोल रूम में फोन की घंटी बजती रही। रिसीव करने वाला कोई नहीं रहा।
वर्षाऋतु में शहरवासियों के साथ ही जिलेवासियों को आपदा की स्थिति में राहत व बचाव के लिए कलेक्टोरेट कार्यालय परिसर में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। यहां 24 घंटे कर्मचारियों की तैनाती की गई है। तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। आठ घंटे का शिफ्ट तय किया गया है। गुस्र्वार को शहर में भारी वर्षा हुई। जब लोगों को मदद की जरूरत पड़ी, उस वक्त नियंत्रण कक्ष में कर्मचारी गायब मिले। मदद के लिए मोहल्लेवासी फोन कर रहे थे। घंटी बज रही थी पर रिसीव करने वाला कोई नहीं था। दूसरे दिन सुबह शुक्रवार को इसकी शिकायत कलेक्टर सौरभ कुमार को मिली। नाराज कलेक्टर ने आयुक्त भू अभिलेख शाखा को तलब किया और पूरी जानकारी मांगी। आयुक्त भूअभिलेख ने जिन कर्मचारियों की रात के शिफ्ट में ड्यूटी लगी थी, उनकी सूची सौंप दी। नाराज कलेक्टर ने ड्यूटी से नदारद रहने वाले कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। आयुक्त भू अभिलेख ने कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। जानकारी के अनुसार आपदा के दौरान नियंत्रण कक्ष से पांच कर्मचारी नदारद मिले थे।