गरियाबंद। देवभोग विकासखंड के ग्राम सीनपाली में नई बैंक शाखा नहीं खुलने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है. किसानों को रोजाना पांच करोड़ की धान खरीदी पर केवल एक करोड़ रुपए का भुगतान किया जा रहा है. देवभोग जिला सहकारी बैंक में बीते दिन कैश की किल्ल्त के चलते भुगतान नहीं हो सका. ऐसा ही हाल गोहरापदर सहकारी बैंक में भी देखने को मिला है.
देवभोग जिला सहकारी बैंक के अंतर्गत 10 खरीदी केंद्र आते है. जहां 94 गांव के 9780 किसान धान बेचते हैं. रोजाना 1 हजार किसान, 4 से 5 करोड़ का धान बेचते हैं, कर्ज कटौती के बावजूद बैंक से कम से कम 3 करोड़ का भुगतान किसानों को लेना होता है.
लेकिन बैंकों में 1 करोड़ का भुगतान होते होते पूरा दिन निकल जाता है. कैश किल्लत के चलते देवभोग में बुधवार को भुगतान नहीं हो सका, अगले दिन भी बैंक किसानों से भर गया। वहीं गोहरापदर सहकारी बैंक में भी भुगतान को लेकर किल्लत हैं.