छत्तीसगढ़

जनता ट्रैफिक जाम से परेशान कोई सुनने वाला नहीं, 14 साल में चौड़ी नहीं हो सकी सौ मीटर सड़क...

Admin2
30 July 2021 5:59 AM GMT
जनता ट्रैफिक जाम से परेशान कोई सुनने वाला नहीं, 14 साल में चौड़ी नहीं हो सकी सौ मीटर सड़क...
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तात्यापारा-शारदा चौक का चौड़ीकरण अब तक नहीं

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी की लाइफ लाइन जीई रोड पर शारदा चौक से तात्यापारा चौक तक की सौ मीटर सड़क की चौड़ीकरण का कार्य 14 साल बाद भी नहीं हो सका है। स्मार्ट सिटी के तौर पर शहर में बढ़ रही सुविधाओं और सौंदर्यीकरण के बीच इस योजना का मूर्तरुप नहीं लेना कई सवाल खड़े कर रहा है। जनप्रतिनिधियों की असंवेदनशील और गैर जिम्मेदार रवैये से ही अब तक सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू नहीं हो सका है। विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने इस योजना के लिए राज्य सरकार से राशि स्वीकृत होने की बात कहते हुए सड़क चौड़ीकरण का कार्य जल्द शुरू होने की बात कही थी लेकिन चुनाव बाद राज्य में सरकार बदल गई और योजना भी अटक गई। निकाय चुनाव के बाद कांग्रेस के नए महापौर ने इस सड़क चौड़ीकरण की योजना को अपनी पहली प्राथमिकता में रखा लेकिन डेढ़ साल गुजरने के बाद भी सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू नहीं हो सका है। महापौर ने एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर भी इस साल के शुरू में चौड़ीकरण का कार्य शुरू होने की बात कही थी लेकिन नए साल के भी सात महीने गुजर गए फिर भी चौड़ीकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है।

14 साल से अटकी है चौड़ीकरण

पिछले 14 साल से तात्यापारा से लेकर शारदा चौक के चौड़ीकरण का मामला लटका है। छत्तीसगढ़ की राजधानी बनने के बाद चार महापौर बदल चुके हैं, सभी ने चौड़ीकरण करने के बड़े-बड़े दावे किए, लेकिन कभी राजनीति के चलते, कभी बजट के अभाव में चौड़ीकरण नहीं हो सका। शहरवासियों को इस मार्ग के चौड़ीकरण का इंतजार है। शहर का मुख्य मार्ग होने से अक्सर यहां लोग जाम में फंसते हैं।

सुनील सोनी के कार्यकाल में बनी थी योजना

वर्तमान सांसद एवं 2006-07 के दौरान महापौर रहे भाजपा के सुनील सोनी ने आजाद चौक से शारदा चौक तक के मार्ग को चौड़ा करने की योजना बनाई थी। कुछ समय बाद आजाद चौक से तात्यापारा तक की सड़क तो चौड़ी कर दी गई। इसके बाद करीब 86 दुकानदारों को मुआवजा देने और बजट की समस्या के चलते आगे का काम रोकना पड़ा। इसके बाद नगर निगम में भाजपा की सत्ता बदलकर कांग्रेस का दबदबा हो गया। पिछले तीन कार्यकाल में कांग्रेस की श्रीमती किरणमयी नायक, प्रमोद दुबे और अब एजाज ढेबर महापौर बने हैं, लेकिन चौड़ीकरण का कार्य जहां रुका था, वहीं अटका पड़ा है।

मुआवजे को लेकर विवाद

भाजपा के शासन में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की मांग पर लंबे समय से लंबित चौड़ीकरण प्रक्रिया को भी स्वीकृति मिल चुकी थी। इसके बाद सड़क चौड़ीकरण के प्रभाव में आने वाले दुकानदारों को मुआवजा नहीं देने के चक्कर में काम आगे नहीं बढ़ पाया। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि पिछली भाजपा सरकार की नीयत दुकानदारों को मुआवजा देने की नहीं थी। इस वजह से कार्य में विलंब हुआ। अब नगर निगम ने राज्य सरकार को सड़क चौड़ीकरण करने और दुकानदारों को मुआवजा देने का प्रस्ताव भेजा है। उम्मीद है शीघ्र ही चौड़ीकरण करने के कार्य को मंजूरी मिल जाएगी। प्रभावित दुकानदारों को भी वाजिब मुआवजा प्रदान किया जाएगा।

चौड़ीकरण से ट्रैफिक की समस्या दूर होगी

वर्तमान में तात्यापारा से लेकर शारदा चौक तक आए दिन सुबह से रात नौ बजे तक ट्रैफिक का भारी दबाव होने से अक्सर जाम लगता है। शहरवासियों का कहना है कि यदि मोतीबाग, तेलीबांधा, कालीबाड़ी की तरह फूल चौक, शारदा चौक की सड़क चौड़ी हो जाए तो ट्रैफिक समस्या से निजात मिल जाएगी।

चौड़ी सड़कों का जाल, लेकिन इसकी अनदेखी

राजधानी बनने के बाद रायपुर का काफी विकास हुआ और केन्द्र की स्मार्ट सिटी योजना में शामिल होने के बाद विकास कार्यो में और भी तेजी आई। शहर में चौड़ी और खुबसूरत सड़कों की जाल बिछी। पुरानी और सकरी सड़कों के चौड़ीकरण से रायपुर बड़े शहरों की तरह दिखने लगा। इसके बावजूद शारदा चौक-तात्यापारा चौक तक सड़क चौड़ीकरण के लिए जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं हुए। परिणाम स्वरूप शहर की लाइफ लाइन जीई रोड का यह हिस्सा आज भी सकरी, बेतरतीब ट्रैफिक के चलते लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। सुबह-शाम पीक अवर में दोनों चौक के बीच इस कदर टै्रफिक जाम रहता है कि लोगों को 100 मीटर चलने में 10-15 मिनट लग जाता है। यहां से गुजरते समय लोग अपने पुराने संकरी-जर्जर सड़कों वाले रायपुर के दिनों को याद करने लगते हैं।


भाजपा सरकार ने सड़क चौड़ीकरण के लिए राशि स्वीकृत कर दी थी। दोनो पक्षों से बात कर मुआवजा भी तय कर लिया गया था, सरकार बदलने के बाद प्रक्रिया रूक गई। अब राज्य और निगम दोनो में कांग्रेस की सरकार है एसे में चौड़ीकरण में बाधा नहीं आनी चाहिए।

बृजमोहन अग्रवाल,

पूर्व मंत्री, दक्षिण विधायक

सरकार डेढ़ साल से कोरोना की वजह से काम नहीं कर पाई है और फंड की कमी के कारण हर तरह का काम रुका हुआ है। जैसे ही फंड उपलब्ध होगा काम शुरू होगा।

किरणमयी नायक,

पूर्व महापौर, महिला आयोग अध्य्क्ष

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