छत्तीसगढ़ की संवेदनशील सरकार में बेगुनाहों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी - कांग्रेस
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने रायपुर से लोकसभा के सदस्य सुनील सोनी के वक्तव्य पर पलटवार किया है, और कहा है कि उनका बयान आधारहीन, मनगढ़ंत और वातावरण को भ्रमित करने वाला है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित राज्य के तमाम शहर सुंदर, सुसज्जित और स्मार्ट हो रहे हैं, नगरों की खूबसूरती में निखार आया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में क़ानून का राज है और अपराधियों के हौसले पस्त हैं। यह भाजपा शासित राज्य नहीं है, जहां उत्पीड़न, हिंसा, छेड़ख़ानी, महिलाओं को ज़िंदा जलाने, बलात्कार, दिनदहाड़े लूट, लिंचिंग, बुलडोज़र से बदले की भावना से घरों को गिराने, अपहरण और एनकाउंटर की घटनाओं से लोग पीड़ित हैं। यहां न सरकार के स्तर पर अपराधियों को पुलिस पर दबाव डालकर बचाने, संविधान का मजाक उड़ाने और रातों-रात बलात्कार जैसे घृणित कार्य से पीड़ित होकर मरने वाली महिला को मिट्टी तेल डालकर पुलिस संरक्षण में दफनाने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है और ना ही महिलाओं के साथ अत्याचार को बर्दाश्त किया जाता है। छत्तीसगढ़ में यह सब संभव नहीं है और ना ही ऐसा दबाव पुलिस पर डालकर मामलों को रफ़-दफ़ा करने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया जाता है। यह भूपेश बघेल की संवेदनशीलता को प्रकट करने वाला और अपराधियों को दंडित करने वाला राज्य है। यहां पर अमन, शांति, ख़ुशहाली और भाईचारा है। यह ज़रूर है कि भाजपा का सदैव प्रयास रहता है कि भाजपा शासित राज्यों की भांति नफ़रत, घृणा, षड्यंत्र और द्वेष के जरिए छत्तीसगढ़ की फिज़ा में ज़हर घोला जा सके। किंतु सरकार के सुशासन, जागरूकता, इच्छा शक्ति तथा प्रशासन की मुस्तैदी से उनके इरादों पर पानी फिर जाता है.
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि कांग्रेस सरकार का कभी भी ऐसा चरित्र नहीं रहा है कि अपने विरोधी दलों पर किसी भी राजनीतिक विद्वेष से दुर्भावनापूर्ण, बदले की भावना अथवा उन्हें फर्जी प्रकरणों में फंसाने की कार्रवाई की जाती है। किंतु अपराध होने पर राज्य में कांग्रेस सहित किसी भी दल का व्यक्ति हो अथवा कितनी ही राजनीतिक पहुंच रखने वाले लोग हो उन पर विधि अनुरूप कार्रवाई अवश्य की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में कभी भी अपराध पूर्णतया खत्म नहीं हो सकता है, किंतु अपराध घटित होने के पश्चात ऐसा कोई दावा नहीं किया जा सकता है कि छग में गुनाहगारों को कोई छूट प्रदान की गई है। छत्तीसगढ़ में बेगुनाहों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी और गुनाहगार बचकर नहीं निकल सकता है, इसमें सच्चाई है। छत्तीसगढ़ में अब जंगलराज खत्म हो गया है, नक्सलवाद का सफाया हो रहा है और अपराध पूरी तरह से नियंत्रित है।