आज के इस आधुनिक युग में जहा चिकित्सा विज्ञानं ने इतनी तरक्की कर ली है, वही हमारी तीव्र जीवन शैली से हम रोगो के और नज़दीक होते जा रहे है 7 आज की अशांत जीवन शैली, पश्चिमी सभ्यता के प्रति झुकाव और अनियमित दिनचर्या भी कारण है की स्तन कैंसर आज की युवा पीढ़ी में भी आम होता जा रहा है7 महिलाओ में होने वाले कैंसर में ब्रैस्ट कैंसर का अनुपात सबसे अधिक है7 भारत में हर २८ में से १ महिला ब्रैस्ट कैंसर से पीड़ित है, शहरो में ये अनुपात २२ में से १ है7 ब्रैस्ट कैंसर से बचने के लिए हमे और जागरूक होने की आवस्यकता है 7 महिलाओ के स्तन में गाँठ , निप्पल से अचानक डिस्चार्ज , स्तन की त्वचा या आकार में बदलाव जैसे लक्षण दिखें तो उन्हें तुरंत मैमोग्राफी करनी चाहिए, महिला की उम्र यदि ४० से अधिक हो तो उन्हें सालाना मैमोग्राफी करनी चाहिए7 अनुवांशिकता भी इस महत बिमारी का एक बड़ा हिस्सा है7 अगर परिवार में स्तन कैंसर का इतिहास हो तो डॉक्टर से नियमित सलाह लेते रहना आवश्यक है.
समाज को इसके प्रति और जागरूक करने लिए इस ब्रैस्ट कैंसर जागरूकता माह एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल द्वारा १६ से २४ अक्टूबर तक निशुल्क मैमोग्राफी शिविर आयोजित कर रहा है. इसके अंतर्गत उपयुक्त लक्षणों वाली महिलाओं की निशुल्क मैमोग्राफी एवं निशुल्क परामर्श (डॉ मौ रॉय द्वारा) दिया जायेगा7
एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में अब एक वृहद् कैंसर संस्थान सफलता पूर्वक कार्यरत है, जो की किसी भी प्रकार के जटिल से जटिल कैंसर का उपचार करने में समर्थ है एवं आधुनिक मशीनों से लेस है. शहर में एकमात्र ऐसा संसथान है जहां कैंसर मरीजों को सुपरस्पेशलिस्ट विशेषज्ञों की सेवाएं उपलब्ध हैं7 एनएच एमएमआई कैंसर संस्थान में डॉ मौ रॉय (वरिष्ठ कैंसर सर्जन), डॉ सिद्धार्थ तुरकर (मेडिअकाल ऑन्कोलॉजिस्ट) एवं डॉ पियूष शुक्ला (रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट) की नियमित सेवाएं उपलब्ध हैं7