जबलपुर। मध्यप्रदेश और छत्तीगढ़ की बड़ी आबादी की एक मांग जल्द पूरी होने जा रही है। नैरोगेज से ब्रॉडगेज में बदले गए जबलपुर-गोंदिया रेल ट्रैक पर जबलपुर से रायपुर के बीच नई ट्रेन चलाई जा सकती है। मध्यप्रदेश का पश्चिम मध्य रेलवे और छत्तीसगढ़ का दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो जबलपुर से रायपुर के बीच ट्रेन का सफर सिर्फ 7 घंटे में तय किया जा सकेगा।
फिलहाल जबलपुर से रायपुर के बीच सिर्फ एक ट्रेन, अमरकंटक एक्सप्रेस चलती है। वाया कटनी-बिलासपुर चलने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस ट्रेन, जबलपुर से रायपुर के सफर में टाईम टेबिल के मुताबिक ही कम से कम 10 घण्टों का वक्त लेती है। ऐसे में जब से जबलपुर से गोंदिया का रुट नैरोगेज से ब्रॉडगेज में बदला है तब से रायपुर तक के सफर के लिए नया रेल मार्ग तैयार हो गया है और इस रुट पर रायपुर से जबलपुर से बीच ट्रेन चलाने की मांग लगातार उठ रही है।
इस नए रुट की बात करें तो इससे जबलपुर से नैनपुर-गोंदिया-दुर्ग होते हुए रायपुर कम समय में पहुंचा जा सकता है। इस नई ट्रेन का फायदा 9 स्टेशनों को मिल सकता है, क्योंकि ये ट्रेन जबलपुर से मदन महल, घंसौर, नैनपुर, बालाघाट, गोंदिया, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, दुर्ग और भिलाई होते हुए 7 घण्टे में रायपुर पहुंच सकती है। पश्चिम मध्य रेलवे के सीपीआरओ राहुल श्रीवास्तव का कहना है, कि डब्लूसीआर और एसईसीआर, दोनों ज़ोन मुख्यालय इस ट्रैक पर जबलपुर से रायपुर के बीच ट्रेन चलाने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं, जिस पर जनता की मांग को देखते हुए जल्द फैसला लिया जा सकता है।