छत्तीसगढ़

कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही डीजीपी के राडार पर टीआई

Admin2
2 Feb 2021 6:58 AM GMT
कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही डीजीपी के राडार पर टीआई
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राजेंद्रनगर थाना प्रभारी निलंबित, एएसपी-सीएसपी को नोटिस

थाना क्षेत्र में अवैध शराब, नशीले पदार्थों की तस्करी हुई तो गाज गिरना तय

छुटभैय्या नेता हिस्ट्रीशीटरों के साथ मिलकर पुलिस की आंख में झोंक रहे धूल

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। कर्तव्य में लापरवाही बरतने और थाना क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में रोक नहीं लगने के चलते थाना प्रभारियों पर डीजीपी लगातार कार्रवाई कर रहे है। इसी कड़ी में उन्होंने सोमवार को राजेंद्र नगर थाना प्रभारी को भी निलंबित कर दिया। साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और नगर पुलिस अधीक्षक को भी नोटिस जारी किया है। डीजीपी द्वारा राजधानी में यह पहली कार्रवाई है, और इसकी सराहना की जानी चाहिए। लेकिन सवाल उठता है कि राजधानी के कई थाना क्षेत्र ऐसे है जहां अवैध शराब, गांजा, ड्रग्स का धंधा लगातार चल रहा है। बावजूद इन थाना प्रभारियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। डीजीपी ने अवैध शराब नशीले पदार्थों की तस्करी के सन्दर्भ में थाना प्रभारियों के साथ एसपी को भी जिम्मेदार बताकर कार्रवाई की बात कहीं थी। लेकिन कुछ थाना प्रभारियों पर कार्रवाई ही देखने को मिल रही है।

डीजीपी ने पहले भी की कड़ी कार्रवाई, जो कि सराहनीय : डीजीपी डीएम अवस्थी ने बिलासपुर के पचपेड़ी थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। डीजीपी ने पचपेड़ी थाना प्रभारी सुनील तिर्की के विरूद्ध शराब की अवैध बिक्री, अवैध परिवहन और तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण ना करने पर निलंबन की कार्रवाई की है। निलम्बन अवधि में निरीक्षक सुनील तिर्की को रक्षित केंद्र जिला मुख्यालय बिलासपुर में सम्बद्ध किया गया है। पूर्व में ही निर्देश जारी किए गए हैं कि शराब के अवैध परिवहन, बिक्री और तस्करी होने पर थाना प्रभारी के विरूद्ध निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।

नवागढ़ टीआई हुआ था निलंबित : डीजीपी डीएम अवस्थी ने अवैध शराब बिक्री पर बड़ी कार्रवाई की थी। डीजीपी ने नवागढ़ टीआई अंबर सिंह भारद्वाज को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। इसके साथ ही एडिशनल एसपी विमल बैस और एसडीओपी राजीव शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। बेमेतरा जिले के नवागढ़ थानातर्गत ग्राम जेवरा में अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गयी थी। जिसके बाद डीजीपी डीएम अवस्थी ने जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई भी की जो कि सराहनीय है। और डीजीपी डीएम अवस्थी ने इसके अतिरिक्त उक्त पूरे मामले की जांच के आदेश आईजी दुर्ग रेंज विवेकानंद सिन्हा को दिए हैं।

डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि शराब की अवैध बिक्री, परिवहन और तस्करी होने पर सीधे टीआई जिम्मेदार होंगे। जिस इलाके में शराब का अवैध कारोबार होगा वहां के टीआई के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। पहले ही बिलासपुर के पचपेड़ी थाना प्रभारी सुनील तिर्की के शराब की अवैध बिक्री, परिवहन और तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण न करने पर उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गयी थी।

नशे का कारोबार हर तरफ फैला

सवाल ये उठता है कि सिर्फ थाना प्रभारी की ही गलती होती है जब उसके इलाके में नशे के कारोबार चलते है। ऐसा होता तो आज हर थाना क्षेत्र में नशे का कारोबार चल रहा है किसी न किसी रूप में नशे का अवैध कारोबार चल रहा है तो उसे क्यों नहीं रोका जा रहा है। उन नशेडिय़ों को गिरफ्तार भी नहीं हो रही है। ना ही उन थाना प्रभारियों को निलंबित किया जा रहा है जिनके क्षेत्र में नशे की पार्टियों का आयोजन किया जाता है। नशे का अवैध कारोबार तो शहर के हर इलाके में चल रहा है।

जिला बना नशे का गढ़

रायपुर जिले का हर थाना क्षेत्र नशे का गढ़ बन गया है। यहाँ गांजा अवैध शराब सहित मेडिशिन नशे का अवैध काला कारोबार अब दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शहर व ग्रामीण क्षेत्र में यत्र तत्र सर्वत्र अवैध नशे का कारोबार इस तरह फल फूल रहा है मानो इन कारोबारियों को प्रशासन का कोई खौफ ही नही है। सूत्र ये भी बताते है कि नगर के चौक चौराहों में नशे का गढ़ बन गया है, यहाँ दिन रात अवैध नशे का सामान गांजा, कोरेक्स, फेंसेडिल, नाइट्रावेट आदि धड़ल्ले से बेचा जाता है। बताया जाता है कि खांसी सर्दी में उपयोग होने वाली दवा यहाँ के नशेडिय़ों के लिए नशे का आधार बन गई है। जिसमें युवा वर्ग इसकी गिरफ्त में ज्यादा समाते जा रहे है। यह मेडिशिन नशा बिना महक व गंध का होता है जिससे कई युवा इसे प्रमुख नशा के रूप में उपयोग करते है।

नशे पर नकेल कब तक समय बताएगा

रायपुर के ऐसे कई प्रचलित जगह है जहां से मेडिशिन नशा का कारोबार पूरे शहरी व ग्रामीण अंचल में संचालित हो रहा है। सूत्रों ने बताया कि शहर के ह्रदय स्थल के क्षेत्र में भी अब अवैध नशे का कारोबार पनपने लगा है। गांजा व मेडिशिन नशा के कारोबार में लिप्त कुछ युवा अब फोन से संपर्क कर नशे का सामान पहुचाने लगे है वही कुछ प्रमुख चाय पान ठंडा की दुकानों से उक्त कारोबार को बढ़ावा देने की चर्चा भी सुर्खियों में बनी हुई हैं।

अवैध नशा के कारोबारी या तो अपना धंधा बन्द कर दें या फिर जिले से बाहर चले जाएं यदि पकड़े जाते है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल अब इस कारनामे में रायपुर पुलिस को नकेल कसने पर कब तक सफलता मिल पाती है यह तो समय ही तय करेगा।

गांव में भी अवैध नशे के अड्डे

रायपुर शहर क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रो में भी नशे का ग्राफ बीते कई महीनों से बढ़ते ही जा रहा है। बताया गया है कि यहां कुछ चिन्हित व नामी लोगों के द्वारा कई ग्रामीण इलाकों में प्रतिबंधित दवा व गांजा की सप्लाई की जा रही है। हलाकि यह गांजा व दवा की खेप कहां से आती यह अभी तक पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं हुआ है।नशे का कारोबार हर तरफ फैला

सवाल ये उठता है कि सिर्फ थाना प्रभारी की ही गलती होती है जब उसके इलाके में नशे के कारोबार चलते है। ऐसा होता तो आज हर थाना क्षेत्र में नशे का कारोबार चल रहा है किसी न किसी रूप में नशे का अवैध कारोबार चल रहा है तो उसे क्यों नहीं रोका जा रहा है। उन नशेडिय़ों को गिरफ्तार भी नहीं हो रही है। ना ही उन थाना प्रभारियों को निलंबित किया जा रहा है जिनके क्षेत्र में नशे की पार्टियों का आयोजन किया जाता है। नशे का अवैध कारोबार तो शहर के हर इलाके में चल रहा है।

नशे का सबसे बड़ा गढ़ बना छत्तीसगढ़

राज्य में नशे का कारोबार खुलेआम चले जा रहा है। कहीं छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण में तो कहीं पुलिस की गिरफ्त में ना आने वाले हिस्ट्रीशीटरों के। ये नशा हर जिले में अपना पैर पसार चुका है। नशे का सबसे बड़ा और नशे की पार्टियों का परवान चढाने वाला शहर रायपुर है। जहां हर दिन नशे का कारोबार चलता है। राजधानी में गांजा का कारोबार खुलेआम धडल्ले से किया जा रहा है। पिछले 5 वर्षों से शहर की तंग गलियों में चल रहा कारोबार अब पब, हुक्का पार्लर और होटलों तक पहुंच गया है। राजधानी में गांजा बेचने का कारोबार करने वाले आरोपियों से मिलकर शहर के कारोबारी नशीली सामग्री की खपत करवा रहे है। युवाओं को नशे की लत लगाने के साथ कारोबारी उनकी जेब भी खाली कर रहे है। नशीली सामग्रियों की बिक्री बढ़ाने के लिए होटल और पब संचालक पार्टी का आयोजन कर अपने ग्राहकों को बुलाते है। पार्टी में शराब, गांजा का प्रचलन राजधानी में बढा है। पुलिस को भी इस कारोबार की आशंका है, इसलिए गुपचुप जांच करके अभियान चलाने की तैयारी कर रही है।

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