छत्तीसगढ़

बाढ़ आपदा से बचाव के लिए NDRF ने किया शिवनाथ नदी में मॉकड्रिल

Nilmani Pal
9 Oct 2024 12:06 PM GMT
बाढ़ आपदा से बचाव के लिए NDRF ने किया शिवनाथ नदी में मॉकड्रिल
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दुर्ग। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में बाढ़ आपदा से बचाव की आवश्यक तैयारियों का जायजा लेने के लिए शिवनाथ नदी में आज मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ़) एवं राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ़) द्वारा जिला स्तर पर उपलब्ध समस्त बाढ़ बचाव सामग्रियों का मॉकड्रिल किया गया। मॉकड्रिल में अतिवृष्टि के दौरान शिवनाथ नदी में ग्रामीण जन लकड़ी या छोटे-छोटे बोट के माध्यम से नदी पार करते समय बोट पल्टी हो जाने एवं गांव में पानी भर जाने की स्थिति में किस प्रकार से जिले में उपलब्ध मोटर बोट, स्क्यूबा डायविंग, अंडरवाटर कैमरा, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय आस्का लाइट, पेलिकन लाइट, सर्च लाइट विभिन्न प्रकार के वस्तुओं का प्रयोग कर बाढ़ बचाव कार्य का लाइव डेमो (मॉकड्रिल) का आयोजन किया गया।

मॉकड्रिल के दौरान, एनडीआरएफ़ एवं एसडीआरएफ की टीम ने कई महत्वपूर्ण बचाव अभियानों का अभ्यास किया। इनमें नदी में डूबने वाले व्यक्तियों का बचाव, तेज बहाव में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना और बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त इमारतों में फंसे लोगों को निकालना शामिल था। इसके अलावा सर्पदंश की स्थिति में किस प्रकार सावधानी रखनी है तथा क्या उपाय करना है इसकी भी जानकारी दी गई। इस अभ्यास में आधुनिक बचाव उपकरणों और तकनीकों का भी प्रदर्शन किया गया, जिससे टीम को वास्तविक आपदा के समय इन उपकरणों का सही और प्रभावी उपयोग करने का अनुभव प्राप्त हो सके। मॉकड्रिल के दौरान स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को भी शामिल किया गया, ताकि उन्हें आपदा के समय सही कदम उठाने और एनडीआरएफ़ की सहायता करने की जानकारी मिल सके।

जिले में शिवनाथ नदी के आस-पास के बहुत से गांव प्रभावित होते है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को घरों में उपलब्ध होने वाले सामग्रियों जैसे टीपा, भगोना, ड्रम, मटका, ट्यूव इत्यादि सामग्रियों का राप्ट बनाना एवं पीने वाले 1 लीटर वाटर बॉटल को ऐयर टाईट कर लाईफ जैकेट बनाकर डूबते हुये व्यक्ति को बचाया जा सकता है का डेमो टीम के जवानों और जिले के बाढ़ बचाव दल के जवानों द्वारा दिखाया गया।

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