राजधानी में नक्सली कमांडर गिरफ्तार, जशपुर से हो गया था फरार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कथित तौर पर नक्सली संगठन 'पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया' (PLFI) के कमांडर को दिल्ली के धौला कुआं इलाके से गिरफ्तार किया है। उस पर सात से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला अदालत में बने लॉकअप से फरार हो गया था। आरोपी अनुराग राम उर्फ अनुराग सदलोहार उर्फ दलबीर उर्फ हागा उर्फ कुंदन पिछले सात साल से वेश बदलकर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की सीमा के पास रह रहा था। दिल्ली पुलिस ने झारखंड और छत्तीसगढ़ पुलिस को आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी दी है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
डीसीपी (क्राइम) राजेश देव ने बताया कि इंस्पेक्टर नरेश सोलंकी की टीम को सूचना मिली थी कि दिल्ली में एक नक्सली कमांडर छिपा हुआ है। खबर की पुष्टि करने के बाद पुलिस टीम ने शुक्रवार को धौलाकुआं के पास से उसे धर दबोचा। आरोपी कुंदन सरदार के वेश में रह रहा था और छोटा-मोटा काम कर गुजारा कर रहा था। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि जब इसने नक्सली ग्रुप जॉइन किया था, उस समय इसे एसएलआर बंदूक दी गई थी। हालांकि, अनुराग साल 2012 में नक्सली गैंग पीएलएफआई के लोगों के संपर्क में आया था। छत्तीसगढ़ पुलिस ने उसे दबोचा था और वह मई 2014 में हवालात की दीवार तोड़कर फरार हो गया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह गत सात साल से पंजाब और हरियाणा के सीमावर्ती इलाकों में छिपा हुआ था। डीसीपी ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस ने धौला कुआं के पास जाल बिछाया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान नक्सली कमांडर ने खुलासा किया कि वर्ष 2012 में वह पीएलएफआई सदस्य के संपर्क में आया। इसके बाद उसे हथियार मुहैया कराए गए और वह वसूली के काम में लग गया। उसकी अपने ही गांव के कुछ लोगों से दुश्मनी थी और उसने अपने ही गांव के एक व्यक्ति पर गोली चलाई थी। डीसीपी ने बताया कि 26 फरवरी 2013 को राम अपने साथियों के साथ व्यापारी के घर में दाखिल हुआ और दो लाख रुपये की मांग की।