रायपुर। छत्तीसगढ़ होम्योपैथिक रिसर्च एन्ड डेवलपमेंट एसोसिएशन और हैनीमैन होम्यो फोरम द्वारा छत्तीसगढ़ मे पहली बार दो दिवसीय नैशनल सेमीनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार मे देश के जाने माने स्पीकर मुंबई से आये इस सेमिनार मे सीनियर डॉक्टरों ने अपने अपने अनुभवों के बारे मे होम्योपैथिक डॉक्टरों और छात्रों को बताया साथ ही जूनियर डॉक्टर और छात्रों ने मुंबई से आये स्पीकर्स से सवाल जवाब किये.
मुम्बई से आये सीनियर डॉक्टर मयूरेश महाजन ने अपने अनुभव को साँझा करते हुवे बताया कि होम्योपैथिक मे कैंसर , ट्यूमर जैसी बड़ी से बड़ी जटिल बिमारी को भी ठीक कर सकती है. और नासिक महाराष्ट्र से आये सीनियर डॉक्टर सुनील घोड़के ने भी बताया कि होम्योपैथिक एक ऐसी पद्धति है जिससे कैंसर , ब्लड कैंसर , स्किन से संबधित बिमारी का ईलाज होम्योपैथिक मेडिसिन ठीक कर सकती है और किस तरह इफेक्टिव है साथ ही पेशेंट को ये आत्मविश्वास दिलाया जाता है इसी के साथ मुंबई से आये सीनियर डॉक्टर अमोल राने ने अपने उद्बोधन मे कहा कि मरीजों के बीच ये धारणा बनी हुई है कि होम्योपैथिक का ईलाज कराने से इसका असर धीरे धीरे होता है जबकि डॉक्टर अमोल राने ने कहा ऐसा बिलकुल नहीं होम्योपैथिक का ईलाज बहुत ही फास्ट होता है और होम्योपैथिक का जो साइंस है इसमें किसी को भी कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है और पेशेंट जल्दी से जल्दी ठीक होता है इसी मैसेज को मरीजों और लोगो तक पहुंचाने के लिए इस तरह के नेशनल सेमिनार का आयोजन किया जाता है.
इस दो दिवसीय सेमिनार मे आये अतिथि डॉक्टरों व छत्तीसगढ़ के साथ साथ देशभर से लगभग 500 से अधिक होम्योपैथिक डॉक्टर शामिल हुये.