नारायणपुर : जिले के प्रभारी सचिव कार्तिकेया गोयल ने ली अधिकारियों की बैठक
नारायणपुर। जिले के प्रभारी सचिव कार्तिकेया गोयल ने आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि शासन की संचालित योजनाओं एवं हितग्राहीमूलक योजनाओं से संबंधित किसी भी प्रकार के लंबित आवेदन प्राप्त होने की स्थिति में उसका त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निराकरण करना सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी प्रकार का विलंब नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर विभाग में कुछ शिकायतों से संबंधित बार-बार आवेदन आते हैं। इसके लिए आवश्यक है, संबंधित विभाग के अधिकारी इन आवेदनों की वर्तमान स्थिति में निराकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने राजस्व विभाग के प्रकरणों और उससे संबंधित आवेदनों के निराकरण पर भी जोर दिया। प्रभारी सचिव श्री गोयल ने कहा कि वर्तमान ग्रीष्म एवं आने वाले मानसून को ध्यान में रखते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, एवं नगर पालिका समनिवत रूप से पेयजल की स्वच्छता और उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। पेयजल स्त्रोतों का क्लोरोनाईजेशन और सा फ-सफाई कराने के साथ-साथ निश्चित अवधि में जल परीक्षण कराना सुनिश्चित करें। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग विशेष रूप से जल जनित बीमारियों से बचाव एवं मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए पर्याप्त दवाईयां इत्यादि उपलब्ध कराना भी सुनिश्चित करें। इस अवसर पर कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी, अपर कलेक्टर श्री अभिषेक गुप्ता, एसडीएम श्री जितेन्द्र कुर्रे, डिप्टी कलेक्टर श्री वैभव क्षेत्रज्ञ, श्री रामसिंह सोरी, उपसंचालक कृषि श्री बीएस बघेल, उपसंचालक पशुपालन श्री आरके पड़ौती, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री रविकांत ध्रुर्वे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री मोबिल अली के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में प्रभारी सचिव ने राजस्व विभाग की गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र समय पर उपलब्ध करायें। इसके अलावा राजस्व भूमि आबंटन, नजूल भूमि, कृषि सहित शहरी क्षेत्रों में पट्टे आदि की भी जानकारी ली। इसके अलावा भूमिहीन मजदूर किसान न्याय योजना अंतर्गत किसानों के और अधिक पंजीयन कराने के निर्देश दिये। इसके लिए उन्होंने पंचायत सचिवों को भी इस कार्य में सम्मिलित करने कहा और ग्रामीण क्षेत्रों के पात्र हितग्राहियों से आवेदन के निर्देश दिये। बैठक में धनवंतरी योजना, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, आत्मानंद अंग्रजी एवं हिन्दी मीडियम स्कूल, मध्यान्ह भोजन, हाट-बाजार क्लीनिक योजना, विद्युत, पुलिस थाने, मनरेगा के अंतर्गत कार्यरत मजदूर, मजदूरी भुगतान, राजीव युवा मितान क्लब, लोक निर्माण एवं पीएमजीएसवाय के निर्माणाधीन सड़कों की प्रगति, महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति, रेडी टू ईट, गरम भोजन उपलब्धता की समीक्षा की। इसके अलावा प्रभारी सचिव ने गोबर खरीदी, नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी, उद्यानिकी, मत्स्य, धान के बदले अन्य फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने, खाद्य विभाग के अंतर्गत नये राशन कार्ड के प्राप्त आवेदन, निराकरण की स्थिति, सार्वजनिक खाद्यान्न वितरण दुकान, उज्जवला योजना, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अंतर्गत भू जल स्त्रोत एवं उनकी स्वच्छता, हैंडपंप की स्थिति, नलकूप खनन, नलजल योजना, सामुदायिक स्थान, आंगनबाड़ी, आश्रम-छात्रावास में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, पशुधन विभाग के तहत् टीकाकरण, वृक्षारोपण एवं समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत सामाजिक सहायता योजना, सामाजिक सुरक्षा पंेशन, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना की भी समीक्षा की।