जशपुर। रकम दोगुना करने का झांसा देकर 5 लाख रूपये हड़पने के मामले में पुलिस ने एक नगर सैनिक सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मामला जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र की है। पीड़ित के द्वरा जशपुर थाना में की गईं है। शिकायत में बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर थाना क्षेत्र के रेवतीपुर निवासी हमीद अंसारी ने बताया है कि सरगुजा जिले के अंबिकापुर कोतवाली थाना क्षेत्र के तकिया मजार निवासी आरोपित अंसार अंसारी से उसका परिचय था। 29 अक्टूबर को आरोपित अंसार ने उसे एक स्कीम बताते हुए कहा कि इस स्कीम में 5 लाख रूपये निवेश करने पर एक सप्ताह के अंदर 8 लाख रूपये का रिटर्न मिलेगा। शातिर के झांसे में आकर पीड़ित ने अपने एक परिचित श्याम गुरूजी से तीन लाख रूपये और रमजान से 50 हजार रूपये उधार लिए और स्वयं की जमा पूंजी डेढ़ लाख मिला कर आरोपित को 5 लाख रूपये लेकर किराये की कार से दुर्गापारा पहुंचे।
यहां उनसे तोहिद खान नाम का एक व्यक्ति मिला। रूपये लेकर अंसार आंसरी और तौहीद खान बाईक से आगे-आगे चलने लगे और पीड़ित कार में पीछे चल रहा था। अचनाक बाईक की गति तेज हो गईं और दोनों शातिर की नजरों ओझल हो गए। पीड़ित के अनुसार उसने आरोपित अंसार को कई बार फोन लगाया लेकिन अंसार ने काल रिसीव नहीं किया। कुछ देर बाद अंसार ने पीड़ित को बताया कि नारायणपुर के अटल चौक के पास अज्ञात लोगों ने उससे 5 लाख रूपये लूट लिए है।
पीड़ित का आरोप है कि अंसार अंसारी और तौहीद खान ने षड्यंत्रपूर्वक उससे 5 लाख रूपये हड़प कर लूट होने का झांसा दे रहे हैँ। लूट की सूचना मिलने पर एसपी शशि मोहन सिंह ने नारायणपुर पुलिस को मामले की जांच का निर्देश दिया। नारायणपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस पूरे मामले का मास्टर माइंड अंसार अंसारी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पूछताछ में अंसार अंसारी ने 5 लाख रूपये की ठगी की साजिश का पूरा हकीकत उगल दिया। मास्टर माइंड अंसार अंसारी ने बताया कि पीड़ित से रूपये ले कर बाईक से तेजी से भाग कर पूर्व नियोजित योजना के अनुसार नगर सैनिक अभ्याजीत कुजूर और पैरालीगल वालेंटियर बसंत यादव के पास पहुंचा। तीनों आरोपितों ने हामिद अंसारी से हड़पे गए रकम को बांट लिया। मामले में कार्रवाई करते हुए नारायणपुर पुलिस ने नगर सैनिक अभ्याजीत कुजूर 35 वर्ष,पैरालीगल वालेंटियर बंसत यादव 37 वर्ष और मास्टर माइंड अंसार अंसारी 45 वर्ष के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4),62 (2) के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर,गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।