सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले शहीद वीरनारायण सिंह की गौरव गाथा को प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष तरह के कॉर्टेन स्टील का प्रयोग किया गया है। बताया गया कि कॉर्टेन स्टील एक तरह का ऐसा मेटल है, जिसमें पहले से जंग की एक परत लगी हुई होती है। खास बात यह है कि यह धातु प्रकृति को हानि नहीं पहुँचाती। कुर्रूपाठ पहाड़ की हरियाली के बीच इसकी नयनाभिराम सुंदरता देखते ही बनती है।
कॉर्टेन स्टील के बने लम्बे और सुंदर पैनल्स पर शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी उकेरी गई है, जिसका अवलोकन दिन के उजाले के साथ ही रात में भी देखा जा सकता है। लाइट के अद्भुत सेटअप इसे खास और अलग बनाते हैं। सभी पैनल एक ऑडियो सेटअप के साथ है जहां सोनाखान के पराक्रमी शहीद वीर नारायण सिंह के जन्म से लेकर क्रांति और बलिदान को सुना जा सकता है। यह ऑडियो हिंदी, अंग्रेज़ी और छत्तीसगढ़ी भाषा में उपलब्ध है। पर्यटक अपनी पसंद मुताबिक ऑडियो की भाषा का चयन कर सकता है। देश में कॉर्टेन स्टील का उपयोग विभिन्न महान परियोजनाओं में कलाकृतियां बनाने के लिए किया जा चुका है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, बिहार म्यूज़ियम और कई देशों के प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट में इसका उपयोग किया गया है। इस नवाचार से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोज़गार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।