छत्तीसगढ़। कवर्धा जिले के आमापानी जंगल के पहाड़ी इलाके में मिले नरकंकाल की गुत्थी को पुलिस सुलझा लिया है। मृतक की पहचान बोड़ला निवासी लतेलू राम बांधे उम्र 55 वर्ष साकिन खरिया थाना बोड़ला के रूप में हुई। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि चिल्फी थाना प्रभारी रमाकांत तिवारी व भोरमदेव प्रभारी बृजेश सिन्हा ने टीम गठित करते हुए मृतक के मृत्यु का सही कारण जानने संयुक्त टीम बनाई। टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। मृतक के जूता के अलावा साइकिल, कपड़े,बास का सुपा, ग्रीन नेट घटनास्थल पर 200 मीटर दूर तक बिखरे पड़े मिले। इसे मृतक के घर वालों ने पहचाना। बरामद समान में घटनास्थल पर मिट्टी में दबे गांठ लगी ग्रीन नेट मिली, जो मृतक की नहीं थी। मृतक का जूता अथक प्रयास के बाद भी घटनास्थल पर सर्च करने पर पुलिस को नहीं मिला। पुलिस टीम ने मृतक के घर से निकलने के समय व 8 मई से पुनः सारे तथ्यों की पतासाजी करते हुए मृतक के जूता नहीं मिलने व घटना स्थल पर गांठ लगा ग्रीन नेट मिलने पर मृतक के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होने के प्रबल आशंका पर पुलिस गांव में ही कैंप करते हुए आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ, घटना स्थल का परिस्थिति जन्य साक्ष्य,घटना में प्रयुक्त साक्ष्य, मुखबिर से मिली सूचना एकत्रित की। इस दौरान संदेह के आधार पर फागू बैगा पिता रामसिंग बैगा उम्र 45 वर्ष, भगत बैग पिता सुक्कू बैगा उम्र 20 वर्ष, सोनसिंग उर्फ रिघम पिता गनपत बैगा उम्र 20 वर्ष, मंशाराम बैगा पिता जयसिंग बैगा उम्र 22 वर्ष, दशरथ बैगा पिता रीका राम बैगा उम्र 25 वर्ष, असराध बैगा पिता टीकाराम बैगा उम्र 21 वर्ष सभी निवासी आमापानी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस ने सभी संदेही से अलग-अलग पूछताछ की। इसमें आरोपियों ने बताया कि आमपानी गांव में ग्रामीण हीरा बैगा के घर पुत्र होने पर छठी कार्यकम में मृतक लतेलु राम से शराब पीने की बात पर विवाद हुआ। इस पर एक राय होकर डंडे, हल से पीटकर बेहोश करते हुए ग्रीन नेट में लपेटकर जंगल में ले जाकर नाले में फेंकना स्वीकार किया । पुलिस के द्वारा हिरासत में लिए समस्त आरोपियों का घटनास्थल पर ले जाकर रीक्रिएशन (घटना का नाट्यरूपान्त्ररण) कराया। घटना में प्रयुक्त लाठी डंडे हल को जब्त किया गया और आरोपियों को गिरफ्तार किया।