छत्तीसगढ़

अवैध संबंध में मर्डर, 10 वर्ष पूर्व हुए अंधे कत्ल का पुलिस ने किया खुलासा

Admin2
25 Jun 2021 12:55 PM GMT
अवैध संबंध में मर्डर, 10 वर्ष पूर्व हुए अंधे कत्ल का पुलिस ने किया खुलासा
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रायपुर। थाना खरोरा क्षेत्रांतर्गत ग्राम फरहदा में 10 वर्ष पूर्व हुये अंधे कत्ल का खुलासा पुलिस ने किया। वही हत्या में शामिल 2 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक प्रार्थी तोषन लाल सेन ने वर्ष - 2011 में दिनांक 15.01.2011 को थाना खरोरा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ग्राम कोसरंगी में रहता है तथा अपने पिता लेखराम सेन के साथ ग्राम कोसरंगी में सैलून दुकान चलाता है। प्रार्थी के पिता लेखराम सेन दिनांक 14.01.2011 को रात में करीबन 11ः00 बजे ग्राम फरहदा में आरकेस्ट्रा का कार्यक्रम देखने गए थे। घर से अकेले निकले थे जो रात में वापस नहीं लौटे। दिनांक 15.01.2011 को प्रातः 08ः00 बजे गांव के जैलूराम सेन ने प्रार्थी को बताया कि तुम्हारे पिता लेखराम सेन ग्राम फरहदा में एक खेत में मृत अवस्था में पड़े है। जिस पर प्रार्थी अपने परिवार के साथ ग्राम फरहदा जाकर देखा तो उसके पिता लेखराम सेन के सिर, चेहरे में चोट के निशान थे, खून निकला था जो मृत अवस्था में झाडूराम सतनामी के खेत में पड़े थे। जिस पर प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना खरोरा में अपराध क्रमांक 18/11 धारा 302, 201, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हत्या की घटना को गंभीरता से लेते हुये प्रकरण में लगातार अज्ञात आरोपी की पतासाजी की जा रहीं थी, परंतु प्रकरण में सफलता प्राप्त नहीं हो रहीं थी एवं प्रकरण लंबित था। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव द्वारा रायपुर के समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को लंबित हत्या के प्रकरणों में विशेष रूचि लेकर हत्या के प्रकरणों के निकाल करने के निर्देश दिये गये थे। इसी तारतम्य में नगर पुलिस अधीक्षक विधानसभा राहुल देव शर्मा द्वारा अपने अनुभाग के थाना खरोरा के उक्त हत्या के प्रकरण को गंभीरता से लेकर विशेष रूचि लेते हुये पुनः संपूर्ण केश डायरी का बारिकी से अवलोकन किया गया। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव के निर्देशानुसार एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल के पर्यवेक्षण में नगर पुलिस अधीक्षक विधानसभा राहुल देव शर्मा द्वारा थाना प्रभारी खरोरा निरीक्षक नितेश सिंह ठाकुर सहित एक विशेष टीम बनाकर हत्या के सब पहलुओं को ध्यान में रखते हुये अज्ञात आरोपी की पतासाजी प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा मृतक व घटना के संबंध में मृतक के पुत्र प्रार्थी एवं उसके परिवार के अन्य सदस्यों से विस्तृत पूछताछ करने के साथ ही आसपास के लोगों से भी पूछताछ किया गया। मृतक का शव जिस खेत में पड़ा था उस खेत के स्वामी सहित घटना स्थल के आसपास के लोगों से भी मृतक व घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ किया गया। अज्ञात आरोपी की पतासाजी के संबंध में मुखबीर लगाये गये। टीम के सदस्यों द्वारा मृतक के साथियों के संबंध में भी जानकारी एकत्र की जा रहीं थी। मृतक को अंतिम बार किस व्यक्ति के साथ देखा गया था तथा किन - किन साथियों/व्यक्तियों से मृतक का मिलना - जुलना अधिक था, के संबंध में भी जानकारी प्राप्त कर अज्ञात आरोपी को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान थाना मंदिर हसौद क्षेत्रांतर्गत ग्राम जरौद निवासी संतोष यादव उर्फ घनश्याम उर्फ आमला ने कुछ दिनों पूर्व ग्राम फरहदा के ढ़ाबे में किसी व्यक्ति को बताया था कि उसी ने लेखराम सेन की हत्या की है। सूचना को, अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों द्वारा गंभीरता से लेते हुये घटना के बिन्दुओं को कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुये महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किये गये तथा संतोष यादव उर्फ घनश्याम उर्फ आमला की पतासाजी कर पकड़ा गया। टीम के सदस्यों द्वारा संतोष यादव से पूछताछ करने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार से अपराध में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार टीम को गुमराह किया जा रहा था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर संतोष यादव अपने झूठ के सामने टिक न सका और अंततः आरोपी संतोष यादव द्वारा अपने साथी लोकेश यादव के साथ मिलकर हत्या की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त आरोपी लोकेश यादव को भी पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपी संतोष यादव ने बताया कि वह 10 वर्ष पूर्व अपने नाना के घर ग्राम फरहदा खरोरा में रहता था। दिनांक घटना की रात्रि वह अपनी प्रेमिका से मिलने खेत में गया था और रखवाली हेतु अपने साथी लोकेश यादव को खड़ा किया था। इसी दौरान आसरोपी संतोष यादव एवं उसकी प्रेमिका को मृतक लेखराम सेन ने मिलते हुये देख लिया जिससे आरोपी की प्रेमिका भाग गयी तथा मृतक लेखराम सेन दोनों आरोपियों को फटकार लगाते हुए बोला तुम्हारी हरकत को मैं गांव वालों को बता दूंगा। इस बात से गुस्सा होकर दोनों आरोपियों ने लेखराम सेन के साथ हाथ मुक्का एवं लात से मारपीट किया तथा पास पडे़ मिट्टी में ढेलों से लेखराम सेन के सिर पर वार किये और अंत में बेल्ट से लेखराम सेन का गला दबाकर हत्या कर बेल्ट को नहर में फेंक कर फरार हो गये तथा आरोपी संतोष यादव भागकर अपने गृहग्राम जरौद मंदिर हसौद में निवास करने लगा। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।

गिरफ्तार आरोपी

01. संतोष यादव उर्फ घनश्याम उर्फ आमला पिता रमेश यादव उम्र 30 साल निवासी ग्राम जरौद थाना मंदिर हसौद रायपुर।

02. लोकेश यादव पिता गेंदूराम यादव उम्र 32 साल निवासी ग्राम जरौद थाना मंदिर हसौद रायपुर।

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