30 लाख रुपए बीमा पाने किया मर्डर, ममेरे भाई समेत 3 गिरफ्तार
खैरागढ़। खैरागढ़ जिले ग्राम कुम्ही में डोंगरगढ़ मुख्य मार्ग पर मिले युवक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. बीमा के पैसे के लालच में मृतक उत्तम वर्मा को उसी के ममेरे भाई ने षड्यंत्र कर मौत के घाट उतारा था. पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले ममेरे भाई के साथ दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है.
मामले का खुलासा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा पाण्डेय ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर दिया. ग्राम कुम्ही में मिले अज्ञात शव की पहचान आमाघाट निवासी उत्तम वर्मा के रूप में हुई थी. पुलिस ने डॉग स्क्वायड, सायबर और फ़ारेंसिक की संयुक्त टीम बना कर सभी दिशाओं में जाँच शुरू की.
पुलिस ने संदेह के आधार पर आरोपी हेमंत ढेकवार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. उसने बताया कि जनवरी 2024 में एक चार पहिया वाहन और फ़रवरी 2024 में एक हार्वेस्टर ख़रीदा गया. जिसके लिए तीस लाख रुपए का फाइनेंस मृतक उत्तम वर्मा के नाम पर किया गया था. जिसके साथ मृतक उत्तम को लोन सुरक्षा बीमा (LSB) भी फ़ाइनेंस कंपनी की ओर से किया गया था. इस तरह से मृतक उत्तम के नाम पर लगभग 80 लाख का बीमा भी महाराष्ट्र में हेमंत ने करवा रखा था. उत्तम की दोनों गाड़ियाँ सालेकसा निवासी उसके ममेरे भाई हेमंत ठेकवार के पास ही थी. फ़ाइनेंस कंपनी की लोन सुरक्षा बीमा योजना में अगर लाभार्थी की मृत्यु हो जाये तो लोन का पैसा माफ़ कर दिया जाता है.
साज़िश के तहत हेमंत ने उत्तम को गाड़ी दिलाने के बहाने से पहले डोंगरगढ़ बुलाया, जहां उसके साथी सुरेश मछिरके और प्रेमचंद लिल्हारे भी मौजूद थे. पहले चारों ने डोंगरगढ़ में जमकर शराबखोरी की, उसके बाद योजना के तहत मृतक के मोबाइल को अतरिया में रिश्तेदार के यहाँ छोड़ दिया. फिर षड्यंत्र के तहत उत्तम को लेकर तीनों आरोपी गातापार के जंगल में पहुंचे, जहां गमछे से उसका गला घोट कर उसकी हत्या कर दी. हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप देने के लिए आरोपियों ने मृतक के शव को कुम्ही-डोंगरगढ़ मार्ग पर फेंक दिया. शव को दुर्घटना दिखाने वाहन से कुचल कर आरोपी महाराष्ट्र लौट गए. पूरे मामले में तीनों आरोपी हेमंत ढेकवार, सुरेश मछिरके और प्रेमचंद लिल्हारे को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है, साथ ही घटना में प्रयुक्त वाहन और गला घोटने में उपयोग किया गमछा भी बरामद कर तीनों को न्यायिक हिरासत में ले लिया है.