मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना का लाभ लेकर महिलाएं न केवल सफल उद्यमी बन रही हैं बल्कि महिला सशक्तिकरण का उदाहरण भी बन रही है। रायपुर के पहाड़ी चौक, गुढ़ियारी में रहने वाली श्रीमती रश्मि बनसोडे ने 12वीं तक की पढ़ाई की है। उन्होंने स्वयं की मेहनत से अपने घर - परिवार के लिए आमदनी अर्जित करने और अपनी भागीदारी सुनिश्चित का निश्चय किया। इसी दौरान उन्हें मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और इसके तहत मिलने वाली ऋण सुविधाओं की जानकारी मिली। उन्होंने बुटिक का कोर्स करने के उपरांत स्वयं का बुटिक शुरू करने का फैसला किया।
रश्मि ने उद्योग विभाग तथा बैंक के अधिकारियों से संपर्क कर योजना के बारे में जानकारी ली और ऋण के लिए आवेदन किया। रामसागर पारा स्थित सिंडीकेट बैंक ने उनका ऋण स्वीकृत किया। उनके द्वारा स्थापित बुटिक में कुल 4 लाख रूपये का खर्च आया। उन्हें इसके लिए 60 हजार रूपये का अनुदान भी मिला। श्रीमती रश्मि ने अपने बुटिक में दो लोगों को रोजगार भी दिया है। उन्हें अब बुटिक से अच्छी-खासी आमदनी हो रही है और वह अपने परिवार की जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति में योगदान देने लगी है। उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा लिए गए ऋण का नियमित भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने निश्चित अवधि में बैंक ऋण चुकाने का संकल्प भी लिया है।
रश्मि का कहना हैं कि स्वयं का उद्यम स्थापित करने से परिवार एवं समाज में उन्हें अधिक सम्मान मिलने लगा है। वह स्वयं भी युवाओं को शासकीय योजनाओं तथा उनसे मिलने वाले लाभ एवं सब्सिडी के बारे में बताती है तथा उन्हें पूरी प्रक्रिया की जानकारी भी देती है जिससे उनके जैसे अन्य लोग एवं महिलायें भी सफल हो सके। रश्मि युवाओं को संदेश देती हैं कि प्रबल इच्छाशक्ति के बल पर सफलता की सीढ़ियां चढ़ा जा सकता है।