छत्तीसगढ़

दंतेवाड़ा के ब्राण्ड डेनेक्स का हुआ ट्राइफेड के साथ एमओयू...अब देश विदेश में चमकेगा डेनेक्स

Admin2
25 Feb 2021 2:48 PM GMT
दंतेवाड़ा के ब्राण्ड डेनेक्स का हुआ ट्राइफेड के साथ एमओयू...अब देश विदेश में चमकेगा डेनेक्स
x

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा हाल ही में लॉंच की गई दन्तेवाड़ा की ब्राण्ड डेनेक्स अब नये ऊंचाईयों को छूने की ओर अग्रसर है। इसके पहले कदम में डेनेक्स ब्राण्ड ने ट्रइफेड के साथ अनुबंध किया है। उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा जिले में गरीबी, उन्मूलन के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी की पहल पर स्थानीय महिलाओं को प्रशिक्षण देकर इस गारमेंट फैक्ट्री शुरू की गई है। इस अत्याधुनिक फैक्ट्री में महिलाओं को नियमित रूप से रोजगार उपलब्ध कराने के मद्देनजर यहां के उत्पादों के बिक्री के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी, वनमण्डलाधिकारी श्री संदीप बलगा, डिप्टी कलेक्टर श्री मुकेश कुमार गोंड तथा ट्राइफेड के रिजनल हेड श्री पी.के.पाण्डा की उपस्थिति में एमओयू (अनुबंध) किया गया। इस अनुबंध से नवा दन्तेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री की कार्यरत महिलाओं द्वारा निर्मित दन्तेवाड़ा के ब्राण्ड डेनेक्स की बिक्री के लिए महिलाओं को मार्केट मिला है। जिससे वे अपने ब्राण्ड को देश-विदेश में पहुंचा सकेंगे। साथ ही आत्मनिर्भर होकर पुनः दन्तेवाड़ा माड़ाकाल का संकल्प पूरा कर सकेंगी।

शक्तिपीठों में से एक मां दंतेश्वरी की पावन धरा और नैसर्गिक सौंदर्य से भरे खूबसूरत दंतेवाड़ा में पर्यटन के साथ रोजगारोन्मुखी योजनाएं भी अब देखने को मिल रही है कलेक्टर श्री दीपक सोनी की पहल एवं अथक प्रयास से जहां एक ओर यहां के देवगुड़ी ख्याति पा रहें हैं, वहीं दूसरी ओर यहां के हुनरमंद ग्रामीण अब वस्त्र उद्योग में अपना हाथ आजमा रहे हैं। नवा दंतेवाड़ा गारमेंट फैक्ट्री के नाम से जिले में वस्त्र उद्योग की पहली यूनिट जिले के गीदम विकासखंड के हारम ग्राम पंचायत में खोली गई है, जहां दो पाली में 300 परिवारों को रोजगार प्रदान किया गया है। इसमें उन्हें शुरुआत में 45 दिन का प्रशिक्षण देकर कैंची पकड़ना, कटाई, सिलाई, फिनिशिंग, इस्त्री करना, पैकेजिंग जैसी बेसिक चीजें सिखाई गई। जिससे प्रत्येक हितग्राही वस्त्र उद्योग की सभी बारीकियों में पारंगत हो सकें। फैक्ट्री में तमाम आधुनिक तकनीकों से काम किया जा रहा है। इस भव्य फैक्ट्री में यहां कार्यरत लोगों के लिए प्रशिक्षण रूम, किचन, डाइनिंग रूम, रेस्ट रूम, बच्चों के खेलने के लिए रूम, गार्डन, शौचालय तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। यहां कार्यरत लोगों को प्रतिमाह में 6 से 8 हजार तक की सैलरी दी जाएगी। भविष्य में हारम यूनिट के अतिरिक्त दंतेवाड़ा,बारसूर और बचेली में भी यूनिट स्थापित किया जाएगा जिससे जिले के 1 हजार परिवार को रोजगार मिलेगा। जो दंतेवाड़ा जिले में गरीबी उन्मूलन के लिए नींव का पत्थर साबित होगा।


Next Story