राजनांदगांव। राजनांदगांव निवासी सतीश भाई ठक्कर और उनकी माता हंसा बेन ठक्कर ने अपने देहदान की घोषणा कर नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्य मनीष संहिता शैलेश गणात्रा फनेन्द्र जैन एवं तरुण आढ़तिया को सौंपी हंसा बेन की पुत्री कीर्ति ठक्कर,नीता ठक्कर,पुत्र मनीष ठक्कर,पौत्र भावार्थ ठक्कर ने देहदान हेतु सहमति दी.
हंसा बेन ठक्कर ने कहा उनकी देह समाज के कार्य आए व् नेत्रों से दो लोगों को ज्योति मिले उनका जीवन सार्थक होगा हंसा बेन ने कहा यदि उनका ब्रेन डेड हो तो उनके सभी अंगदान कर दिए जाएं सतीश ठक्कर ने कहा आज अपनी माँ के साथ देहदान की घोषणा कर मुझे गर्व हो रहा है. एवं सतीश के भाई मनीष ठक्कर न्यूज़ीलैंड में देहदान की घोषणा कर चुके हैं.
नवदृष्टि फाउंडेशन के शैलेश भाई गणात्रा ने कहा ठक्कर परिवार राजनांदगाव का प्रितष्ठित परिवार है व् इनके देहदान से समाज में जागरूकता आएगी व् समाज प्रेरणा लेगा. मनीष साहिता ने कहा मेडिकल के छात्रों के रिसर्च हेतु मानव देह की आवयश्कता होती है एवं मेडिकल के छात्रों के रिसर्च हेतु केडेवर की कमी है व अनुपात से कम उपलब्ध है अतः जनहित में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक होने की जरुरत है ताकि जरूरत मंद लोगों को मदद मिल सके. तरुण आढ़तिया ने कहा यदि कोई देहदान व् नेत्रदान पर कोई जानकारी चाहता है तो हमारे सदस्यों से सम्पर्क करे या 9691014425/9827877900 नंबर पर फोन कर जानकारी ले सकता है.