रायपुर। राजधानी में रमजान के महीने के बाद आज शाम चांद दिखा है। रमजान का पाक माह पूरा होने के बाद इस्लामिक कैलेंडर के शव्वाल महीने के पहले दिन ईद मनाई जाती है। दुनियाभर का मुस्लिम समुदाय इस पाक महीने में रोजा रखता हैं और पूरे महीने अल्लाह की इबादत की जाती है। भारत में भी शुक्रवार को चांद देखने के बाद 22 अप्रैल को ईद मनाने की उम्मीद की जा रही थी।
ईद से एक दिन पहले रोजेदारों सहित अन्य लोगों ने अलविदा की नमाज पढ़ी। कहा जाता है कि जुमे के दिन ही वो जन्नत वापस लौटे थे। इसलिए मान्यता है कि जुमे की नमाज अदा करने से गुनाहों से पीछा छूट जाता है. जुमे की एक नमाज अदा करना 40 नमाज अदा करने का सवाब देता है। रोजेदारों की इबादत के बाद ईद का दिन मुबारक होता है। इसका सुबूत शुक्रवार को देश के सभी राज्यों के बाजारों में देखने को मिला। ईद की खरीदारी में लोगों ने तपती गर्मी की परवाह की और न ही सर्द मौसम की। यूपी से लेकर कश्मीर तक सब लोग ईद मनाने के जोश से भरे रहे है। सेवइयां की दुकानें हो, चूड़ी की दुकान हो, फल की दुकानें हो या फिर कपड़ों की हर तरफ लोगों की भीड़ रही. मेहंदी लगाने वाले की दुकानों पर भी अच्छी खासी भीड़ रही. ईद उल फितर के मौके पर रोजेदार और पूरा घर मिलकर सुबह ईद की तैयारी करते हैं. कुछ मीठी चीज खाते हैं. इस ईद में मीठी सेवइयां खाने का रिवाज है।