हरसाल 13 जून से गर्मी से राहत मिलनी शुरू हो जाती थी। मानसून की फुहारे पूरे राज्य को भिगो देती थीं लेकिन इस बार मानसून की एंट्री थोड़ी लेट हो गई है। इसी वजह से अगले कुछ दिनों तक गर्मी से राहत के आसार नहीं है। राज्य के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच गया है। ऐसे में अगले कुछ दिन तपिश भरे होने वाले हैं। लू के चलते लोगों की परेशानी और भी बढ़ने वाली है।
मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 5 साल से 12-13 जून को गर्मी से राहत मिलने लगती थी। लेकिन इस बार मानसून के देर होने के चलते सूबे में भी इसका असर दिख रहा है। सोमवार, 12 जून को रायपुर समेत प्रदेश का अधिकांश हिस्सा लू की चपेट में है या इस तरह के हालात हैं। भीषण गर्मी की स्थिति यह है कि जांजगीर में दोपहर का तापमान 46 डिग्री के करीब पहुंच गया है।
सोमवार 12 जून को सूबे की राजधानी रायपुर में सीजन में पहली बार पारा 44 डिग्री रिकार्ड किया गया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मंगलवार और बुधवार को भी दोपहर में लू चलने और भीषण गर्मी की संभावना है। मानसून लेट होने की वजह से पूरा छत्तीसगढ़ मरुस्थल की ओर से आने वाली गर्म हवा की चपेट में है। अप्रैल और मई की तुलना में जून में भीषण गर्मी हो रही है। सूबे में लू और तपिश से अगले कुछ दिन परेशान करने वाले होंगे।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून कर्नाटक के कुछ हिस्से, कोंकड़, तमिलनाडू के कुछ भाग और आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों में मानसून सक्रिय हो चुका है। मानसून आगे की तरफ बढ़ रहा है। पूर्वी उत्तरप्रदेश और उससे लगे बिहार के ऊपर चक्रवात का असर बना हुआ है।
सूबे के कई शहरों में गर्मी के चलते लोग परेशान हैं। प्री-मानसून बारिश की उम्मीद 15 जून के बाद ही की जा रही है। अगले 2 दिन गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।