छत्तीसगढ़
Modi Oath Ceremony: छत्तीसगढ़ के तोखन साहू को राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ
Shantanu Roy
9 Jun 2024 4:05 PM GMT
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छग
Modi Oath Ceremony: छत्तीसगढ़ के सांसद तोखन साहू को राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ के राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई है।
पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ से बिलासपुर सांसद तोखन साहू को जगह मिली है। उनके गांव में खुशी की लहर है। जमकर आतिशबाजी की जा रही है। वहीं नरेंद्र मोदी के तीसरी बार शपथ लेने पर रायपुर और बिलासपुर में भी जश्न मनाया जा रहा है। शहर के जय स्तंभ चौक पर आतिशबाजी हो रही है और मिठाइयां बांट रहे हैं।
तोखन साहू पहली बार सांसद चुने गए हैं। इसके बाद जब उन्होंने लोकसभा की दहलीज पर कदम रखा तो वहां पर प्रवेश द्वार की सीढ़ियों को दंडवत प्रणाम किया था। तोखन साहू अगर कैबिनेट मंत्री बनते हैं, तो वह प्रदेश से पहले भाजपा सांसद होंगे। छत्तीसगढ़ बनने के बाद से अभी तक केंद्रीय कैबिनेट में राज्यमंत्री के तौर पर ही सांसदों को जगह मिली है। अब तक 6 सांसदों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली है, लेकिन सभी को राज्यमंत्री का ही दर्जा मिला है।
तोखन साहू एक बेहद साधारण किसान परिवार से आते हैं, जो कि वर्ष 2013 में पहली बार लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। रमन सिंह सरकार में तोखन साहू को संसदीय सचिव भी बनाया गया था। इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में तोखन साहू ने कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को लगभग 1 लाख 64 हजार से भी अधिक वोटों के अंतर से हराया है।
नरेंद्र मोदी ने रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर जवाहर लाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के अलावा भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड', मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगाई। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय को डेढ़ लाख से अधिक वोटों से हराया। पीएम मोदी तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे। पीएम नरेंद्र मोदी को 6,12,970 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस के अजय राय को 4,60,457 और बसपा के अतहर जमाल लारी को 33,766 मत प्राप्त हुए है। पीएम मोदी वाराणसी सीट पर 1 लाख 50 हजार 513 वोट से चुनाव में विजयी हुए।
नरेंद्र मोदी की अगुआई में लगातार तीसरी बार NDA की सरकार बनी. नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वे नेहरू के बाद ऐसा करने वाले दूसरे पीएम बन गए हैं। मोदी के बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली।
राष्ट्रपति भवन में 7 देशों के लीडर्स के अलावा देश के फिल्म स्टार भी इस समारोह में पहुंचे। इनमें अक्षय कुमार, शाहरुख खान, विक्रांत मेसी और राजकुमार हिरानी शामिल हैं। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी भी दिखे। मोदी ने रविवार सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे अटल जी की समाधि और नेशनल वॉर मेमोरियल गए। सुबह मोदी ने अपने आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ मीटिंग की। लगातार छठी बार सांसद बने जुएल ओरांव भाजपा में प्रमुख आदिवासी चेहरा हैं। संघ के करीबी हैं। अटल सरकार में भी मंत्री रहे थे।
वीरेंद्र खटीक ने टीकमगढ़ से कांग्रेस के पंकज अहिरवार को 4 लाख से ज्यादा वोटों से हराया।वीरेंद्र संघ से जुड़े रहे। ABVP से छात्र राजनीति की शुरुआत की। 8 बार से सांसद हैं। 2019 में प्रोटेम स्पीकर चुने गए थे। राम मोहन नायडू ने श्रीकाकुलम से YSRCP के तिलक पराड़ा को 3.27 लाख वोटों से हराया।तीसरी बार सांसद बने। सबसे कम उम्र के मंत्री हैं। चंद्रबाबू नायडू के करीबी हैं। पिता येरन नायडू की एक्सीडेंट में मौत के बाद राजनीति में आए।
सर्बानंद सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। पिछली बार हिमंता बिस्व सरमा के CM बनने के बाद केंद्र में मंत्री बने। दो बार मोदी कैबिनेट में रह चुके हैं। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेता हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह नीतीश कुमार के सबसे करीबी नेता हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। धर्मेंद्र प्रधान पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इससे पहले वे राज्यसभा में रहे। संगठन में लंबा अनुभव। मोदी-शाह के करीबी। मुंबई नॉर्थ से पहली बार सांसद बने। मोदी के करीबी। मोदी कैबिनेट में रेल, कोयला और वाणिज्य मंत्री रह चुके। पिता वेदप्रकाश गोयल भी केंद्रीय मंत्री रह चुके।
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